हिमाचल में एक और SIT, विधानसभा के बाहर खालिस्तानी झंडे लगाने के मामले की करेगी जांच
शिमला। हिमाचल प्रदेश में एक और एसआईटी का गठन किया गया है। इस एसआईटी का गठन धर्मशाला के तपोवन स्थित विधानसभा परिसर के मुख्य गेट और दीवारों पर खालिस्तानी झंडे लगाने और खालिस्तान लिखने के मामले की जांच के लिए किया गया है। इस संबंध में डीजीपी संजय कुंडू ने रविवार को आदेश जारी कर दिए हैं। आपको बता दें कि रविवार सुबह ही विधानसभा परिसर के गेट पर खालिस्तानी झंडे लगाए मिले थे। इसके साथ ही परिसर की बाउंड्रीवाल पर भी खालिस्तान लिखा हुआ था।
यह भी पढ़ेंः-दुस्साहसः हिमाचल विधानसभा के गेट पर लगाए खालिस्तानी झंडे, दीवारों पर भी लिखा
खालिस्तानी झंडे लगाने के मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी का डीआईजी इंटेलीजेंस, सिक्योरिटी संतोष पटियाल को प्रमुख बनाया गया है। आपको बता दें कि संतोष पटियाल कांगड़ा के एसपी भी रहे हैं। जब डीआईजी पदोन्नत होने से पहले भी पटियाल कांगड़ा जिले के पुलिस कप्तान की भूमिका निभा रहे थे। उनके पूर्व के अनुभव एवं सेवाओं को देखते हुए एसआईटी की प्रमुख बनाया गया है, जबकि कांगड़ा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिटी पुनीत रघु को एसआईटी का सदस्य बनाया गया है।
यह भी पढ़ेंः-विधानसभा गेट पर खालिस्तानी झंडे, 'आप' बोली- भाजपा सरकार पूरी तरह फेल
धर्मशाला मामले में गठित एसआईटी में ज्वालाजी के एसडीपीओ चंद्र पाल, मंडी सीआईडी के डीएसपी सुशांत शर्मा, एसडीपीओ ज्वाली सिद्धार्थ शर्मा, धर्मशाला थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर राजेश कुमार, योल पुलिस चौकी के प्रभारी सब इंस्पेक्टर नारायण सिंह को सदस्य बनाया गया है। एसआईटी बिना समय गंवाए तत्काल अपना कार्य आरंभ करेगी। एसआईटी ही राज्य और केंद्र की इंटेलीजेंस एजेंसियों से संपर्क में रहेगी। वहीं, इस घटना के इंटरस्टेट और इंटरनेशनल लिंक को तलाशेगी। जांच रिपोर्ट से राज्य पुलिस मुख्यालय को सूचित करेगी। जांच सभी पहलुओं पर आधारित होगी।
यह भी पढ़ेंः-पंजाब में 'आप' की सरकार बनी, हिमाचल में खालिस्तानी गतिविधियां प्रखर हो गईंः कांग्रेस
यह भी पढ़ेंः-'आप' की एंट्री के साथ खालिस्तानियों की भी हिमाचल में घुसपैठः भाजपा
फेसबुक पर हमसे जुड़ने के लिए यहांक्लिक करें। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट पाने के लिए हमेंगूगल न्यूज पर फॉलो करें।