हमीरपुर । पौणाहारी की जय, दुधाधारी की जय और जय बाबे के उद्घोष शंख धवनी व मंत्रों के बीच उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध (Baba Balak Nath Temple Deotsidh) में एक माह तक चलने वाले चैत्र माह मेले का झंडा चढ़ाने की रस्म के साथ विधिवत रूप से आरंभ हो गया है। यह चैत्र माह मेला 14 मार्च से लेकर 13 अप्रैल तक चलेगा। चैत्र माह मेलो में चलने वाले इन मेलो का मुख्य उदेश्य भगवान भोले नाथ के कलयुगी अवतार को अपना नमन करना व उन्हें नई फसले चढ़ा कर उनसे आर्शिवाद प्राप्त करना होता है।
हमीरपुर के जिलाधीश एवं बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास के आयुक्त अमरजीत सिंह ( Commissioner Amarjeet Singh ) ने मंदिर न्यास प्रशासन, मंदिर के न्यासियों, पुलिस प्रशासन व हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना, हवन और झंडा रस्म के साथ चैत्र मास मेलों का शुभारंभ किया। इस दौरान एसडीएम बड़सर एवं बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष राजेंद्र गौतम, जिलाधीश एसपी भगत सिंह, मंदिर के महंत राजेंद्र गिरि, एसडीपीओ एवं मेला पुलिस अधिकारी लालमन शर्मा, मंदिर अधिकारी संदीप चंदेल, न्यासी सुभाष ढटवालिया, पवन कालिया, अरविंद कौर डोगरा, विपन ढटवालिया, नरेश लखनपाल, एसके सोनी, संजय कुमार, डेनी जसवाल, प्रशोतम, रोशन लाल चौधरी सहित अन्य न्यासियों व गणमान्य लोगों ने मंदिर में पूजा-अर्चना और हवन किया तथा उसके बाद झंडा रस्म में भाग लिया। एक माह तक चलने वाले इन मेलों के शुभारंभ अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।
झंडा रस्म और अन्य परंपराओं के निर्वहन के बाद जिलाधीश अमरजीत सिंह ने मंदिर परिसर में विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा मेलों के संचालन के संबंध में अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए। अमरजीत सिंह ने बताया कि चैत्र मास मेलों के दौरान बाबा बालक नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। इस दौरान मंदिर को 24 घंटे खुला रखने का निर्णय लिया गया है। मंदिर परिसर में सुरक्षा, सफाई व्यवस्था, बिजली-पानी, चिकित्सा, लंगर, पार्किंग और अन्य सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। दियोटसिद्ध के आस-पास की सभी सडक़ों पर यातायात सुचारू बनाए रखने के लिए भी पर्याप्त संख्या में पुलिस और होमगार्ड्स की तैनाती की गई है। जिलाधीश ने कहा कि मंदिर परिसर को इस बार विशेष रूप से सजाया गया है तथा पूरे दियोटसिद्ध क्षेत्र में सफाई और यातायात व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए स्थानीय संगठनों एवं संस्थाओं तथा वालंटियर्स की मदद भी ली जा रही है।
उन्होंने बताया कि 14 अप्रैल को आधिकारिक रूप से चैत्र मास मेले की समाप्ति के बाद भी दियोटसिद्ध में जून के आखिरी हफ्ते तक श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रहती है। इसलिए मंदिर परिसर और इसके आस-पास के क्षेत्रों में इसी अवधि के अनुसार प्रबंध किए गए हैं। इस अवसर पर जिलाधीश ने बाहर से बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं से भी बातचीत की और मंदिर परिसर में उपलब्ध करवाई जा रही विभिन्न सुविधाओं के संबंध में फीडबैक लिया। वहीं चैत्र मास के मेले को लेकर मंदिर परिसर को फूल मालाओं से सजाया गया था व इन फूल मालाओं से मंदिर की सुंदरता देखते ही बन रही थी। चैत्र मास मेले के पहले दिन मंदिर में हिमाचल के अलावा दिल्ली, पंजाब व अन्य राज्यों से आए श्रद्धालुओं की भीड़ रही।

गौर रहे कि चैत्र माह मेले के दौरान उत्तरी भारत के देश-विदेशों में रह रहे श्रद्धालु विशेष रूप से बालयोगी की पावन गुफा में शीश नवाते हैं। चैत्र मास मेला एक माह पूरे यौवन पर रहते हुए लगातार तीन माह तक चलता है। जिसमें आस्थाओं का जनून बाबा के भक्तों के सिर चढक़र बोलता है। रात दिन निरंतर चलने वाले इस त्रैमासिक मेले में लाखों श्रद्धालु बाबा की पवित्र गुफा के दर्शन करके कृत कृत्य होते हैं। चैत्र माह मेलों के लिए न्यास प्रशासन ने यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के खाने पीने व रहने की उचित व्यवस्था की है व उनकी सुरक्षा के लिए लगभग 325 पुलिस के जवान तैनात किए गए है। पुलिस द्वारा यातायात व्यवस्था के अलावा यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा का जिम्मा भी सौंपा गया है।
इसके अलावा पुलिस विभाग व मंदिर न्यास ने इसके लिए 65 कैमरे स्थापित किए हैं। पुलिस विभाग के चार कैमरों व मंदिर न्यास के 61 कैमरों की संदिग्धों पर पैनी नजर रहेगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर को 24 घंटे खुला रखा जाएगा। मंदिर को साफ सफाई के दौरान आधा घंटा बंद किया जाएगा। दियोटसिद्ध आने वाले बुजुर्गों, बच्चों व बीमार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 4 गाडिय़ों की फ्री सेवा की व्यवस्था की गई है। यह गाडिय़ां श्रद्धालुओं की सेवा के लिए 24 घंटे मंदिर परिसर में उपलब्ध रहेंगी। आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए 24 घंटे एंबुलेंस व अग्निशमन विभाग की गाड़ी 24 घंटे मंदिर परिसर में उपलब्ध रहेंगी।
बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध पूर्ण रूप से ऑनलाइन हो चुका है, जिसमें श्रद्धालु मंदिर से संबंधित सभी सुविधाओं व व्यवस्थाओं का लाभ व जानकारी घर बैठे हासिल कर सकते हैं। मंदिर में श्रद्धालुओं का साल भर आना जाना लगा रहता है, लेकिन चैत्र माह मेले के दौरान लाखों श्रद्धालु बाबा जी की पवित्र गुफा में माथा टेककर बाबा जी का आर्शिवाद लेते हैं। बताया जा रहा है कि चैत्र माह मेलों के दौरान बाबा जी दियोटसिद्ध मंदिर में विराजमान होते है व यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं की मनोकामनाओं को पूरा करते हैं। मेले के दौरान सबसे ज्यादा श्रद्धालु पंजाब के आते है। पंजाब के अलावा अन्य राज्यों के श्रद्धालु बाबा जी के दर्शनों के लिए आते हैं।