Himachal News : चैत्र मेलों के दौरान दियोटसिद्ध में 12 सरायों व तीन होटलों में रहेगी रात्रि ठहराव की व्यवस्था

मंदिर न्यास प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के रात्रि ठहराव के लिए न्यास ने 13 में से 12 सरायों मे इंतजाम किए जा रहे है। इसके अलावा टूरिज्म से अधिकृत तीन होटलों में भी व्यवस्था की गई है। मंदिर में व्यवस्थाओं को पुख्ता करने के लिए कमेटी गठित, निरीक्षण के दौरान सभी प्रबंधकों को कमेटी ने सुधार के आदेश दिए ।
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Deotsith Temple

हमीरपुर । उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में चैत्र मेलों के दौरान पहुंचने बाले लाखों श्रद्धालुओं के ठहरने की पुख्ता व्यवस्था की गई है। मंदिर न्यास प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के रात्रि ठहराव के लिए न्यास ने 13 में से 12 सरायों मे इंतजाम किए जा रहे है। इसके अलावा टूरिज्म से अधिकृत तीन होटलों में भी व्यवस्था की गई है। दियोटसिद्ध में मंदिर न्यास की अपनी 9 सराये हैं, जिनमें से 8 सरायों मे ठहरने की व्यवस्था रहेगी जबकि एक सराएं पहले से ही पुलिस चौकी के लिए बुक  है। इसके अलावा तीन निजी सरायों जिनमें लुधियाना सराये, जालंधर सराये, व बीबी सत्या कौर सरायें शामिल है, जबकि एक महंत आवास की सराएं शामिल है।

हालांकि निजी तीनों सरायों की हाल इतनी अच्छी नहीं बताई जा रही है। लेकिन मंदिर न्यास की गठित कमेटी ने इन सरायों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश दिए है और श्रद्धालुओं की सुविधा से जुड़ी तमाम व्यवस्थाओं को उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए गए है। वहीं टूरिज्म से  तीन निजी होटल भी श्रद्धालुओं के ठहराव के लिए अधिकृत किए गए है। मंदिर न्यास ने सभी निजी सराये व होटल प्रबंधकों को चैत्र मेले से पूर्व सभी प्रकार की व्यवस्थाओं को पुख्ता करने के निर्देश दिए है।

मंदिर न्यास ने इन व्यवस्थाओं के निरीक्षण के लिए एक आधिकारिक टीम भी गठित की है जो समय समय पर इनका निरीक्षण करेगी। इस बीच यदि किसी प्रकार की कोई त्रुटि सामने आती है तो कारवाई होंगी।  मंदिर न्यास की गठित कमेटी ने सभी निजी होटलों व सरायों को निर्देश दिए है कि हर स्थल पर निर्धारित नियमों  के अनुसार चार अग्निशमन यंत्र स्थापित करना जरूरी रहेगा। श्रद्धालुओं के लिए शौचालय व स्नानगृह की सही  से व्यवस्था व साफ सफाई होनी चाहिए।

गौरतलब है कि बाबा की नगरी दियोटसिद्ध  में 14 मार्च से चैत्र मेले शुरू होंगे। चैत्र माह को बाबा जी का महीना माना जाता है इसलिए देश विदेश से अनन्या भक्त लाखों की तादाद मे यहाँ दर्शनों के लिए पहुंचते है। आधिकारिक तौर पर 13 अप्रैल तक पूरा एक माह चलने वाले इन मेलों के दौरान श्रद्धांलुओं की सुविधाओं को ध्यान मे रखते हुए मंदिर न्यास पुख्ता इंतजाम करता है। इसी कड़ी में श्रद्धांलुओं की मुलभुत सुविधाओं सहित ठहरने की व्यवस्था करना भी मंदिर न्यास की प्रमुख जिम्मेदारी रहती है। मंदिर न्यास इसी कवायद को धरातल पर उतारने  में जुटा हुआ है जिसके चलते निरीक्षण कमेटी का भी गठन किया गया है।

उधर, मंदिर अधिकारी संदीप चंदेल ने बताया कि दियोटसिद्ध  में महंत आवास सराएं को मिलाकर कुल 12 सरायों  में श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था रहेगी। इसके अलावा पर्यटन विभाग द्वारा अधिकृत तीन निजी होटलों  में भी व्यवस्था की गई है। सभी सरायों का कमेटी द्वारा निरीक्षण किया गया है और प्रबंधकों को श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधाओं को पुख्ता करने के निर्देश दिए गए है।  कोई भी प्रबंधक बिना पंजीकरण व आईडी प्रूफ के श्रद्धालुओं को ठहराना अनिवार्य किया गया है।

दियोटसिद्ध में चैत्र मास मेलों के लिए एचआरटीसी चलाएगा छह अतिरिक्त बसें  

बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में चैत्र मास मेलों को लेकर एचआरटीसी ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। मेलों के दौरान श्रद्धालुओं को आवागमन में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए एचआरटीसी मंडल हमीरपुर की ओर से लोकल रूट पर छह बसें अतिरिक्त चलाई जाएंगी। वहीं लंबे रूट के लिए जैसे मांग बढ़ेगी, वैसे बसें चलाई जाएंगी। बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में चैत्र मास के मेले चौदह मार्च से शुरू हो रहे हैं। इस दौरान काफी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। 13 मार्च से हमीरपुर डिपो से दो छोटी बसें लगाई जाएंगी जबकि बिलासपुर डिपो से चार अतिरिक्त बसें लगाई जाएंगी। यह बसें शाहतलाई- दियोटसिद्ध रूट पर चलेंगी। वहीं लंबे रूट पर बसें मांग के आधार पर चलाई जाएंगी। एचआरटीसी की ओर से स्टाफ के आर्डर कर दिए हैं।


उधर, एचआरटीसी मंडल हमीरपुर डीएम राजकुमार पाठक ने बताया कि  दियोटसिद्ध मंदिर  में चैत्र मास मेलों के लिए एचआरटीसी की तैयारी है। यात्रियों की सुविधा के लिए छह अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। यात्रियों को सुविधा देने के लिए एचआरटीसी प्रयासरत है।
 

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