Himachal News : नगरोटा के रहने वाले 25 वर्षीय अंशुल बने सेना में लेफ्टिनेंट
कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश देवभूमि के साथ वीर भूमि के नाम से भी देश में विख्यात है। स्वतंत्रता संग्राम से लेकर अब तक भारत ने जो भी युद्ध लड़े हैं, उनमें हिमाचल प्रदेश के वीर सपूतों का मातृभूमि की रक्षा में विशेष योगदान रहा है। हिमाचल के वीर सपूतों ने हमेशा ही सूबे का नाम रोशन किया हैं। कांगड़ा जिला में नगरोटा बगवां के पठियार गांव के रहने वाले 25 वर्षीय अंशुल भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त हुए हैं। अंशुल की इस कामयाबी से न केवल परिवार ब्लकि पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल हैं।
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आपको बता दें कि अंशुल के पिता सुदर्शन सेना में मेजर के पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। सेना से सेवानिवृत होने के बाद वे स्कूल में प्रधानाचार्य के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अंशुल की माता चंद्र लेखा गृहणी है। अंशुल का जन्म सन् 1997 में हुआ. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेक्रेड हार्ट स्कूल से प्राप्त की है।
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इसके बाद उन्होंने बीटेक की डिग्री प्राप्त की। बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद अंशुल ने भारतीय सेना की ओर अपना रुख कर लिया। जिसके लिए उन्होंने दिसंबर, 2021 से अक्तूबर, 2022 तक चेन्नई में सेना का प्रशिक्षण प्राप्त किया। अब अंशुल लेफ्टिनेंट के रूप में पासआउट होकर तिरुवनंतपुरम में स्थित 23 मराठा लाइट इन्फैंट्री में अपनी सेवाएं देंगें।
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अंशुल की इस सफलता पर उनके भाई डा. अदित, ताया हरीश, चाचा पवन, अजय, दादा जगदीश, दादी इंदिरा, नानी रस्मकांता, नाना रमेश, मामा राजेंद्र, सुरेंद्र और वीरेंद्र ने उन्हें इसके लिए शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि अंशुल की इस कामयाबी से पूरे क्षेत्र को उन पर गर्व हैं।
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