हिमाचल में डॉक्टरों की कमी, 3000 लोगों पर सिर्फ एक डॉक्टर, ऊना में हालात सबसे खराब

हिमाचल प्रदेश में डॉक्टरों की कमी एक गंभीर समस्या बनी हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुसार, प्रति 1000 लोगों पर एक डॉक्टर होना चाहिए, लेकिन हिमाचल में यह अनुपात प्रति 3000 लोगों पर एक डॉक्टर है।
 | 
हिमाचल प्रदेश में डॉक्टरों की कमी एक गंभीर समस्या बनी हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुसार, प्रति 1000 लोगों पर एक डॉक्टर होना चाहिए, लेकिन हिमाचल में यह अनुपात प्रति 3000 लोगों पर एक डॉक्टर है।  जिला ऊना में स्थिति सबसे खराब है, जहां 6 लाख 30 हजार से अधिक लोगों पर केवल 118 डॉक्टर हैं। लाहौल स्पीति में स्थिति सबसे अच्छी है, जहां प्रति 1000 लोगों पर 1.59 डॉक्टर हैं।

शिमला। हिमाचल प्रदेश में डॉक्टरों की कमी एक गंभीर समस्या बनी हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुसार, प्रति 1000 लोगों पर एक डॉक्टर होना चाहिए, लेकिन हिमाचल में यह अनुपात प्रति 3000 लोगों पर एक डॉक्टर है।

जिला ऊना में स्थिति सबसे खराब है, जहां 6 लाख 30 हजार से अधिक लोगों पर केवल 118 डॉक्टर हैं। लाहौल स्पीति में स्थिति सबसे अच्छी है, जहां प्रति 1000 लोगों पर 1.59 डॉक्टर हैं। राज्य सरकार ने नए डॉक्टरों की भर्ती का वादा किया है, लेकिन आर्थिक बदहाली के कारण यह प्रक्रिया धीमी गति से चल रही है।

वीरवार को बजट पर चर्चा के दौरान अतारांकित प्रश्न संख्या 645 का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इस समस्या को स्वीकार किया और जल्द ही नए डॉक्टरों की भर्ती का वादा किया। उन्होंने कहा कि सरकार इस दिशा में काम कर रही है, लेकिन आर्थिक बदहाली के कारण भर्ती प्रक्रिया धीमी गति से चल रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में डॉक्टरों की कमी एक गंभीर समस्या है और इसे जल्द से जल्द दूर करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सरकार डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने के लिए कई योजनाएं बना रही है, जिसमें नए मेडिकल कॉलेजों का निर्माण और मौजूदा अस्पतालों में डॉक्टरों के पदों की संख्या में वृद्धि शामिल है। 

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार डॉक्टरों के काम के घंटे कम करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों पर काम का बहुत अधिक बोझ होता है, जिसके कारण वे थक जाते हैं और उनकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है। यह उम्मीद की जा सकती है कि मुख्यमंत्री के वादे के बाद हिमाचल प्रदेश में डॉक्टरों की भर्ती की गति में तेजी आएगी और यह गंभीर समस्या जल्द ही दूर होगी।

 

अन्य जिलों में डॉक्टरों की संख्या

बिलासपुर: 4.41 लाख लोगों पर 98 डॉक्टर
चम्बा: 6.03 लाख लोगों पर 129 डॉक्टर
हमीरपुर: 5.14 लाख लोगों पर 152 डॉक्टर
किन्नौर: 92 हजार लोगों पर 62 डॉक्टर
कुल्लू: 5.21 लाख लोगों पर 110 डॉक्टर
मंडी: 11.40 लाख लोगों पर 356 डॉक्टर
शिमला: 9.47 लाख लोगों पर 735 डॉक्टर
सिरमौर: 6.36 लाख लोगों पर 144 डॉक्टर
सोलन: 6.09 लाख लोगों पर 187 डॉक्टर

 

 

  • हिमाचल प्रदेश में प्रति 3000 लोगों पर केवल एक डॉक्टर है, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों से बहुत कम है।
  • राज्य में डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों को इलाज के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है।
  • कई डॉक्टर राज्य छोड़कर अन्य राज्यों में जा रहे हैं, जहां उन्हें बेहतर वेतन और सुविधाएं मिलती हैं।
  • राज्य सरकार को डॉक्टरों को आकर्षित करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।

फेसबुक पर हमसे जुड़ने के लिए यहांक्लिक  करें। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट पाने के लिए हमेंगूगल न्यूज पर फॉलो करें।