हिमाचल में बनेगा देश का पहला माउंटेन टेरेन बाइकिंग और साइकिल मोटोक्रास सेंटर

भारत में पहला ‘माउंटेन बाइकिंग एवं बाइसाइकिल मोटोक्रास’ (mountain terrain biking and bicycle motocross) केंद्र हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बनने जा रहा है।
 | 
एडवेंचर स्पोर्ट्स के शौकीनों के लिए खुशखबरी है। अब भारत में पहला ‘माउंटेन बाइकिंग एवं बाइसाइकिल मोटोक्रास’ (mountain terrain biking and bicycle motocross) खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र बनाने जा रहा है। यह केंद्र खेल मंत्रालय (Sports Ministry) हिमाचल की राजधानी शिमला (Shimla) में प्रदेश सरकार (Himachal Pradesh government) की भागीदारी से बनाया जाएगा। 

शिमला। एडवेंचर स्पोर्ट्स के शौकीनों के लिए खुशखबरी है। अब भारत में पहला ‘माउंटेन बाइकिंग एवं बाइसाइकिल मोटोक्रास’ (mountain terrain biking and bicycle motocross) खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र बनाने जा रहा है। यह केंद्र खेल मंत्रालय (Sports Ministry) हिमाचल की राजधानी शिमला (Shimla) में प्रदेश सरकार (Himachal Pradesh government) की भागीदारी से बनाया जाएगा। 

यह भी पढ़ेंः-चम्बा में बड़ा हादसा; कार के खाई में गिरने से तीन लोगों की मौत, दो घायल

भारत का पहला साइ राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (SAI National Centre of Excellence) होगा। यह केंद्र हिमाचल प्रदेश के युवा सेवा एवं खेल विभाग के साथ मिलकर बनाया जाएगा, जिसमें भारतीय साइक्लिस्टों को विश्व स्तरीय ट्रेनिंग सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। ताकि वे एमटीबी एवं बीएमएक्स (mountain terrain biking and bicycle motocross) स्पर्धा के 18 ओलंपिक पदकों के लिये प्रतिस्पर्धा कर सकें।

यह भी पढ़ेंः-हिमाचल: दो घरों में भड़की आग से नौ कमरे और तीन गोशालाएं राख

साइ ने एक बयान में कहा, ‘‘यह केंद्र समुद्री तल से 2000 मीटर की ऊंचाई पर होगा। इसमें विश्व स्तरीय सुविधाएं, व्यवस्था, ओलंपिक स्तर के ट्रैक एवं अंतरराष्ट्रीय ख्याति के कोच मौजूद होंगे, ताकि इसमें भारत के सर्वश्रेष्ठ साइक्लिस्ट और स्थानीय खेल प्रतिभायें ट्रेनिंग कर सकें।’’ शिमला में साइकिल मोटोक्रॉस (BMX) भारतीय साइकिल चालकों को विश्व स्तरीय प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान करने के लिए एनसीओई की स्थापना की जा रही है ताकि वे एमटीबी और बीएमएक्स के विषयों में 18 ओलंपिक पदक के लिए प्रतिस्पर्धा कर सकें।

यह भी पढ़ेंः-हिमाचल में HimCare योजना में 1 अप्रैल से होंगे ये बदलाव, यहां जानें पूरी डिटेल


इसके अलावा अन्य अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ खेल विज्ञान के लिए एक उच्च प्रदर्शन केंद्र होगा। प्रशिक्षण के दौरान एथलीट के लिए सांस और लैक्टिक विश्लेषक, हृदय गति निगरानी यंत्र, साइकिल एर्गोमीटर जैसे उपकरण भी उपलब्ध होंगे। बीते वीरवार को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के साथ इस विश्व स्तरीय सुविधा को स्थापित करने के लिए केंद्र और राज्य के बीच सहयोग को औपचारिक रूप दे दिया गया है।

(हिमाचल के अन्य समाचार यहां पढ़ें) 

फेसबुक पर हमसे जुड़ने के लिए यहांक्लिक  करें। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट पाने के लिए हमेंगूगल न्यूज पर फॉलो करें।