हिमाचलः जल शक्ति विभाग ने विभिन्न योजनाओं में खर्चे 10 हजार करोड़

हिमाचल में बीते साढ़े चार सालों में जल शक्ति विभाग ने लोगों की सुविधा के लिए पेयजल, सिंचाई और सीवरेज सुविधा की विभिन्न योजनाओं में करीब 10 हजार करोड़ रुपये व्यय किए हैं।
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हिमाचल में बीते साढ़े चार सालों में जल शक्ति विभाग ने लोगों की सुविधा के लिए पेयजल, सिंचाई और सीवरेज सुविधा की विभिन्न योजनाओं में करीब 10 हजार करोड़ रुपये व्यय किए हैं। यह अपने आप में ऐतिहासिक है, जलशक्ति विभाग ने प्रदेश में जन कल्याण और विकास के लिए इतनी बड़ी धनराशि व्यय की है। यह बात जल शक्ति, बागवानी, राजस्व व सैनिक कल्याण मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने वीरवार को कही। वह धर्मपुर विधाननसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों में लोगों की समस्याएं जानने के लिए पहुंचे थे।

धर्मपुर। हिमाचल में बीते साढ़े चार सालों में जल शक्ति विभाग ने लोगों की सुविधा के लिए पेयजल, सिंचाई और सीवरेज सुविधा की विभिन्न योजनाओं में करीब 10 हजार करोड़ रुपये व्यय किए हैं। यह अपने आप में ऐतिहासिक है, जलशक्ति विभाग ने प्रदेश में जन कल्याण और विकास के लिए इतनी बड़ी धनराशि व्यय की है। यह बात जल शक्ति, बागवानी, राजस्व व सैनिक कल्याण मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने वीरवार को कही। वह धर्मपुर विधाननसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों में लोगों की समस्याएं जानने के लिए पहुंचे थे।

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धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के छुईघाट, फिहड, सनौर, कपाह, कलयुण, बनहडू, मरैटी, सरी, सालाबी बसती, भौरनाल, चुहडु-रा-बल्ह गांवों में जन समस्याएं सुनने के बाद लोगों को संबोधित करते जल शक्ति मंत्री ने बताया कि प्रदेश में जलजीवन मिशन के तहत 4500 करोड़ रुपये, एचपी शिवा प्रोजेक्ट में 1825 करोड़ रुपये, ब्रिक्स, एनडीबी के तहत 850 करोड़ रुपये, एडीबी के माध्यम से 1100 करोड़ रुपये, शहरी सीवरेज के लिए 900 करोड़ रुपये, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में  500 करोड़ रुपये, और बाढ नियंत्रण के लिए 1153 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं।

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महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की जयराम सरकार ने समूचे प्रदेश का बिना किसी भेदभाव से सर्वांगीण विकास किया है। सरकार ने लोगों के कल्याण को सर्वोच्च अधिमान देते हुए अनेकों योजनाएं चलाई हैं, जिनका सीधा लाभ समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति तक पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन तथा केन्द्र सरकार के सहयोग से हिमाचल प्रदेश विकास पथ पर तेजी से आगे बढ़ा है और आज देशभर में अपनी धाक जमाई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में हिमाचल विकास के शिखर छू रहा है।

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जल शक्ति मंत्री ने कहा कि धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र अब शिक्षा का हब बन रहा है। बड़ी संख्या में सरकारी स्कूलों, महाविद्यालयों, तकनीकी संस्थानों  के अतिरिक्त  संधोल और धर्मपुर में दो केंद्रीय विद्यालय भी खोले गए हैं। इसके अतिरिक्त मढ़ी में  55 करोड़ रुपये की लागत का प्रदेश का पहला अटल आदर्श विद्यालय बन कर तैयार है, जिसका मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अगस्त महीने में विधिवत उद्घाटन करेंगे। बाढ़ नियंत्रण की दृष्टि से धर्मपुर क्षेत्र में खड्डों के तटीकरण के लिए 700 करोड़ रुपये की योजना तैयार की गई है। इसे केन्द्र सरकार को स्वीकृति के लिए भेजा गया है।

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उन्होंने बेरोजगार युवाओं के साथ-साथ किसानों व बागवानों से बड़े स्तर पर एचपी शिवा प्रोजेक्ट के साथ जुड़ने का आह्वान किया। इस अवसर पर बिंगा पंचायत की प्रधान तम्बो देवी, सरी पंचायत के प्रधान कश्मीर सिंह, पूर्व प्रधान सिंगारा सिंह व संजय, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत सुनील चंदेल, क्षेत्रीय प्रबन्धक एचआरटीसी नरेन्द्र शर्मा, बागवानी विभाग के विषयवाद विशेषज्ञ रमेश ठुकराल सहित विभिन्न विभागों केे अधिकारी व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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