आउटसोर्स कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित! बैठक में हुआ बड़ा निर्णय

मंडी में आउटसोर्स कर्मचारियों के प्रदेशभर के सभी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ पॉलिसी निर्धारण पर चर्चा को लेकर हुई बैठक की अध्यक्ष जलशक्ति मंत्री ने की।
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आउटसोर्स कर्मचारियों के सुरक्षित भविष्य को लेकर गंभीर है। इसके लिए सभी पेचीदगियों को दूर कर मिल बैठ कर इस प्रकार से रास्ता निकाला जाएगा, जिसमें सभी कर्मचारियों का भविष्य और उनके हित सुरक्षित हों। यह बात हिमाचल सरकार द्वारा प्रदेश के आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए नीति निर्धारण को गठित कैबिनेट सब-कमेटी के अध्यक्ष जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने कही।वह सोमवार को मंडी में आउटसोर्स कर्मचारियों के प्रदेशभर के सभी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ पॉलिसी निर्धारण पर चर्चा को लेकर आयोजित बैठक में बोल रहे थे।

मंडी। आउटसोर्स कर्मचारियों के सुरक्षित भविष्य को लेकर गंभीर है। इसके लिए सभी पेचीदगियों को दूर कर मिल बैठ कर इस प्रकार से रास्ता निकाला जाएगा, जिसमें सभी कर्मचारियों का भविष्य और उनके हित सुरक्षित हों। यह बात हिमाचल सरकार द्वारा प्रदेश के आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए नीति निर्धारण को गठित कैबिनेट सब-कमेटी के अध्यक्ष जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने कही।वह सोमवार को मंडी में आउटसोर्स कर्मचारियों के प्रदेशभर के सभी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ पॉलिसी निर्धारण पर चर्चा को लेकर आयोजित बैठक में बोल रहे थे।

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प्रदेश सरकार ने नीति निर्धारण को लेकर सुझाव देने के लिए बैठक में सभी आउटसोर्स कर्मचारी संगठनों को आमंत्रित किया था। बैठक में हिमाचल प्रदेश आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ के राज्य कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के अलावा सभी जिलों के अध्यक्ष शमिल हुए। इसके अलावा आउटसोर्स कर्मचारियों की अन्य यूनियनों के प्रतिनिधियों ने भी में भाग लिया। कर्मचारी संगठनों के सदस्यों ने स्थायी नीति की मांग और आउटसोर्स कर्मचारियों को संबंधित विभागों में समायोजित करने के अनुरोध के साथ-साथ नीति निर्माण को लेकर अनेक महत्वपूर्ण सुझाव दिए। महेंद्र सिंह ठाकुर ने सभी मांगों और सुझावों को बहुत गौर से सुना और अपने पास नोट किया।

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जलशक्ति मंत्री ने आउटसोर्स कर्मचारियों के सभी संगठनों को मिलकर जल्द से जल्द राज्य स्तर की एक संचालन समिति (स्टीरिंग कमेटी) बनाने को कहा, जो सभी आउट सोर्स कर्मचारियों की ओर से बात करने को अधिकृत हो। कैबिनेट सब कमेटी अगले दौर की चर्चा इस संचालन समिति के साथ करेगी। महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि कैबिनेट सब कमेटी सभी आउट सोर्स कर्मचारियों से प्राप्त सुझावों और प्रस्तावों पर गहनता से विचार करेगी। इसे लेकर एक दस्तावेज तैयार किया जाएगा, जिस पर आगे फिर आउट सोर्स कर्मचारियों की संचालन समिति से चर्चा होगी, ताकि किसी सहमति और निर्णायक बिंदु पर पहुंचा जा सके।

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इसके अलावा भी कर्मचारी जो सुझाव देना चाहें वे 10 अप्रैल से पहले विस्तृत तौर पर लिखित में समिति को सौंप दें ताकि उन्हें भी ड्राफ़्ट में जगह दी जा सके। इसके अलावा कमेटी उच्चाधिकारियों से भी इस पर चर्चा करेगी। इस सब के बाद कैबिनेट सब कमेटी अपनी संस्तुति देगी, जिसे मंत्रिमंडल की बैठक में रखा जाएगा। जल शक्ति मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर आउट सोर्स कर्मचारियों की समस्याओं को अच्छे से समझते हैं। इसलिए ही उन्होंने कैबिनेट सब कमेटी बनाई है और ये निर्देश दिए हैं कि कर्मचारियों के साथ बैठकर, उनके सुझाव लेकर, समस्याओं के समाधान की दिशा में आगे बढ़ा जाए।

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महेंद्र सिंह ठाकुर ने इस कर्मचारी हितैषी निर्णय के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का आभार जताया। बैठक में आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष शैलेंद्र शर्मा, उपाध्यक्ष पवन शर्मा और ईशू मेहता, महासचिव अवधेश सरोच, मीडिया सचिव होम कृष्ण, महासंघ के सभी जिला इकाइयों के अध्यक्ष और अन्य आउट सोर्स कर्मचारी यूनियनों के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। बैठक के बाद आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष शैलेंद्र शर्मा ने बैठक में हुई चर्चा को बेहद सार्थक बताते हुए प्रदेश सरकार का आभार जताया।  

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