HRTC बस में पीरियड आने पर युवती को नादौन में छोड़ने वाले कंडक्टर का शिमला तबादला

बस में पीरियड आने के बाद युवती के बार-बार आग्रह करने पर भी बस नहीं रोकने और फिर नादौन बस अड्डे पर छोड़ने का मामला सबसे पहले Reality News ने ही उठाया था।
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बस में सवार युवती को मासिक धर्म आने के बाद भी बस न रोकने के मामले में एचआरटीसी प्रबंधन के बड़ी कार्रवाई की है। हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस के परिचालक को बैजनाथ डिपो से शिमला लोकल यूनिट में तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया गया है। अब परिचालक अभिषेक चौधरी शिमला लोकल यूनिट की बसों में अपनी सेवाएं देगा। बस में पीरियड आने के बाद युवती के बार-बार आग्रह करने पर भी बस नहीं रोकने और फिर नादौन बस अड्डे पर छोड़ने का मामला सबसे पहले Reality News ने ही उठाया था।

कांगड़ा/बैजनाथ। बस में सवार युवती को मासिक धर्म आने के बाद भी बस न रोकने के मामले में एचआरटीसी प्रबंधन के बड़ी कार्रवाई की है। हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस के परिचालक को बैजनाथ डिपो से शिमला लोकल यूनिट में तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया गया है। अब परिचालक अभिषेक चौधरी शिमला लोकल यूनिट की बसों में अपनी सेवाएं देगा। बस में पीरियड आने के बाद युवती के बार-बार आग्रह करने पर भी बस नहीं रोकने और फिर नादौन बस अड्डे पर छोड़ने का मामला सबसे पहले Reality News ने ही उठाया था।

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इसके बाद एचआरटीसी प्रबंधन ने क्षेत्रीय प्रबंधक बैजनाथ को मामले की जांच निर्देश दिए थे। सोमवार को चालक और परिचालक ने आरएम बैजनाथ के समक्ष अपना पक्ष रखा। लेकिन प्रबंधन परिचालक के जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ। क्योंकि बस स्टॉप पर रुकने के बाद दोबारा गंतव्य के लिए रवाना होने से पूर्व परिचालक की जिम्मेदारी होती है कि कोई यात्री रह न जाए। नादौन बस स्टैंड मामले में बस परिचालक की लापरवाही सामने आई है। इस कारण मंगलवार को प्रबंधन ने बैजनाथ बस डिपो में सेवारत परिचालक अभिषेक चौधरी का तत्काल प्रभाव से शिमला लोकल यूनिट में तबादला कर दिया है।

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 25 सितंबर को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के नगरोटा सूरियां की युवती ने चंडीगढ़ से कांगड़ा के लिए देहरादून-चंडीगढ़-बैजनाथ रूट की बस (HP53A 2183) ली थी। इस दौरान उसे ऊना जिला के कलोह में अचानक मासिक धर्म आ गए। युवती ने बस के परिचालक से गुहार लगाई कि मेरी तबीयत खराब हो रही है, दो मिनट के लिए बस रोक दें। मगर चालक-परिचालक ने एक नहीं सुनी और कहा कि लंबी दूरी की बस है और निर्धारित स्टॉप पर ही रुकेगी। युवती के बार-बार गुहार लगाने का चालक-परिचालक पर कोई असर नहीं पड़ा।

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इसके बाद युवती ने अपने परिजनों को फोन कर घटना की जानकारी दी तो परिजन भी परिचालक को कहते रहे कि उनकी बेटी को बस से उतार दे, लेकिन परिजनों के आग्रह को भी अनसुना कर दिया। दोपहर करीब चार बजे बस नादौन पहुंची तो युवती शौचालय चली गई। जबतक युवती शौचालय से बाहर आती, तब तक बस वहां से रवाना हो चुकी थी। बस के चालक-परिचालक के युवती को नादौन में ही छोड़ दिया। बस छूट जाने के बाद युवती को नादौन बस अड्डे पर टिकट बुकिंग काउंटर पर तैनात एचआरटीसी के कर्मी विपिन शर्मा ने सहयोग करके दूसरी बस से कांगड़ा भिजवाया था।

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