दियोटसिद्ध मंदिर में एक सप्ताह में चढ़ावे का आकड़ा 1.85 करोड़ रूपए तक पहुंचा

मंदिर न्यास को बकरों की नीलामी से 3 लाख 93 हजार 900 रूपए हुए प्राप्त 
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बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध

हमीरपुर ।  उतरी भारत के प्रसिद्व सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में चैत्र मेले के दौरान 14 मार्च से लेकर 22 मार्च तक  लाखों श्रद्धालुओं ने बाबा जी की पवित्र गुफा में शीश नवाया व बाबा जी का आर्शिवाद लिया। दियोटसिद्ध मंदिर में पंजाब, हरियाणा व देश विदेश के श्रद्धालु आए हुए थे। मंदिर परिसर बाबाजी के जयकारो से गूंज रहा है। इस दौरान कई श्रद्धालु दंडवत करते हुए दर्शनों के पहुंच रहे हैं। न्यास प्रशासन द्वारा मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को वेहतर सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है।


बताते चलें कि बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में भक्तों ने इस दौरान पवित्र गुफा में रोट प्रसाद का भोग बाबा जी को श्रद्वा से अर्पित किया। मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा दिल खोलकर दान किया है। दियोटसिद्ध मंदिर में 14 मार्च से लेकर 22 मार्च तक  श्रद्धालुओं द्वारा 1 करोड़ 85 लाख 30 हजार 68 रूपए का चढ़ावा चढ़ाया गया है। जिसमें से 1 करोड़ 25 लाख 26 हजार 846 रूपए का चढ़ावा चढ़ाया गया है। इसके अलावा 60 लाख 3 हजार 222 रूपए दान के रूपए में प्राप्त हुए हैं। वहीं मंदिर न्यास प्रशासन को एक सप्ताह में बकरों की नीलामी से 3 लाख 93 हजार 900 रूपए प्राप्त हुए हैं।

इसके अतिरिक्त श्रद्धालुओं द्वारा विदेशी मुद्रा के रूप में सोना 34 ग्राम, चांदी 802 ग्राम 900 मिलीग्राम, इग्लैंड़ पौंड 1765 , यूएसए डालर 2701, कनाड़ा डालर 1480, यूएई 155, यूरो 500, कतर रियाल 298, न्यूजीलैंड 195, आस्ट्रेलिया 320, साऊदी अरव 67, सिंगापुर 2 सहित अन्य विदेशी मुद्रा बाबाजी के चरणों में चढ़ाई गई है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर को 24 घंटे खुला रखा जा रहा है। मंदिर को आधा घंटा सफाई के दौरान बंद किया जा रहा है। न्यास प्रशासन द्वारा मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं का हर सुविधा प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है।

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गौर रहे कि महीना भर चलने वाले चैत्र मेलों में बाबा बालक नाथ मंदिर ट्रस्ट को लगभग 5 करोड़ रुपये चढ़ावा चढऩे की संभावना रहती है। इसके अलावा अगर मंदिर ट्रस्ट के खर्च की बात की जाए तो एक करोड़ रुपये वेतन राशि के रूप में स्टाफ  को वितरित किया जाता है। इसके अलावा मंदिर न्यास के अधीन चल रहे डिग्री कॉलेज, संस्कृत कॉलेज, सीसे स्कूल, मॉडर्न स्कूल हाई स्कूल, गोशाला के रखरखाव पर भी लाखों का खर्च आता है। वहीं लाखों रुपये श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए भी मंदिर न्यास की ओर से खर्च किए जाते हैं। मंदिर परिसर में 130 के लगभग अस्थाई तौर कर्मचारी भी रखे हुए हैं जो कि दिन रात सेवा में लगे हुए हैं।

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उधर कार्यकारी मंदिर अधिकारी सुभाष ठाकुर ने बताया कि मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा 1 करोड़ 85 लाख 30 हजार 68 रूपए चढ़ाए गए है। उन्होंने कहा कि मंदिर न्यास को बकरों की नीलामी से 3 लाख 93 हजार 900 रूपए प्राप्त हुए हैं। इसके अतिरिक्त श्रद्धालुओं द्वारा विदेशी मुद्रा भी चढ़ाई है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं द्वारा दिल खोलकर दान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को न्यास प्रशासन द्वारा हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाने के प्रयास कर रहा है।

 

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