लोहड़ी का गिफ्टः 1.36 लाख कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन, 18 लाख परिवारों को 09 रुपये महंगा सरसों तेल

लौहड़ी के पावन मौके पर हिमाचल प्रदेश सरकार ने जहां 1.36 लाख कर्मचारियों को तोहफा दिया तो वहीं 18 लाख कर्मचारियों को बड़ा झटका दे दिया है। हिमाचल प्रदेश में उचित मूल्य की दुकानों में मिलने वाला सस्ता सरसों का तेल नौ रुपये महंगा हो गया है।

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हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को हुई कैबिनेट बैठक में पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) को बहाल कर दिया है। सरकार के पुरानी पेंशन योजना को लागू करने से प्रदेश के लगभग 1.36 लाख कर्मचारी लाभान्विंत होंगे। लौहड़ी के पावन मौके पर हिमाचल प्रदेश सरकार ने जहां 1.36 लाख कर्मचारियों को तोहफा दिया तो वहीं 18 लाख कर्मचारियों को बड़ा झटका दे दिया है। हिमाचल प्रदेश में उचित मूल्य की दुकानों में मिलने वाला सस्ता सरसों का तेल नौ रुपये महंगा हो गया है।

शिमला। हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को हुई कैबिनेट बैठक में पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) को बहाल कर दिया है। सरकार के पुरानी पेंशन योजना को लागू करने से प्रदेश के लगभग 1.36 लाख कर्मचारी लाभान्विंत होंगे। लौहड़ी के पावन मौके पर हिमाचल प्रदेश सरकार ने जहां 1.36 लाख कर्मचारियों को तोहफा दिया तो वहीं 18 लाख कर्मचारियों को बड़ा झटका दे दिया है। हिमाचल प्रदेश में उचित मूल्य की दुकानों में मिलने वाला सस्ता सरसों का तेल नौ रुपये महंगा हो गया है।

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हिमाचल प्रदेश में 13 जनवरी 2023 के लागू होने के सात ही खाद्य आपूर्ति निगम ने सरसों के तेल की कीमतों को बढ़ा दिया है। बढ़ी हुई कीमतें इसी माह से लागू कर दी हैं। यही नहीं पीओएस मशीनों में भी बढ़ी हुई कीमतों को अपडेट कर दिया गया है। इसके बाद एपीएल परिवारों को 142 और एनएफएसए को 132 रुपये प्रति लीटर सरसों तेल मिलेगा। इससे प्रदेश के राशन कार्डधरकों की जेब पर अतिरिक्त बोझ बढ़ गया है। गौर रहे कि एपीएल धारकों को 133 रुपये और एनएफएसए कार्ड धारकों को 123 रुपये प्रति लीटर सरसों का तेल मिलता था।

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हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के बीच सरसों के तेल के रेट को कम किया गया था। मगर अब नई सरकार बनते ही खाद्य आपूर्ति निगम ने चुपचाप सरसों तेल के दाम बढ़ा दिए हैं। प्रदेश में 18 लाख से अधिक राशन कार्डधारक हैं। वहीं, वर्तमान में भी लोगों को बढ़े हुए दाम पर ही सरसों तेल दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि सरसों के तेल के दाम टेंडर पर निर्धारित होते हैं, जो हर माह बढ़ते-घटते हैं। मगर बीते दिनों चुनावों से पहले इसके दाम कम हुए थे, जो अब बढ़ दिए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक द्य आपूर्ति नियंत्रक नरेंद्र धीमान ने बताया कि राशन डिपुओं में आने वाले राशन और तेल के दाम ऑनलाइन अपडेट होते हैं। इसका पता पीओएस मशीनों में ही लग पाता है।

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