गैंगवार, नशे की तस्करी और मॉब लिंचिंग को सामान्य बात मानना शर्मनाक : जयराम
शिमला। हिमाचल प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने विधानसभा में अपने कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री की तीखी आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार गैंगवार, नशे की तस्करी, और मॉब लिंचिंग जैसी घटनाओं को सामान्य मान रही है, जो बेहद शर्मनाक है।
जयराम ठाकुर ने कहा, "मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री कहते हैं कि नशे की तस्करी, गैंगवार और मॉब लिंचिंग उनके लिए मायने नहीं रखती। वे उल्टा सवाल उठाते हैं कि विपक्ष चिंता क्यों कर रहा है।" उन्होंने प्रदेश में बढ़ते माफिया राज पर भी चिंता जताई और कहा कि सरकार को इसे रोकने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।
जयराम ठाकुर ने यह भी कहा कि नशे के कारोबार को पूरी तरह से समाप्त करने की प्रतिबद्धता को लेकर वह सरकार के साथ हैं, लेकिन न्याय भीड़ नहीं बल्कि कानून करेगा। उन्होंने सरकार से माफिया को खुला नहीं छोड़ने की मांग की।
कर्मचारियों के विरोध को रोकना तानाशाही
जयराम ठाकुर ने सचिवालय कर्मचारियों के विरोध को लेकर सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार कर्मचारियों को धमकियां देकर उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है। उन्होंने कहा, "जनरल हाउस मीटिंग के खिलाफ नोटिस जारी करना और कार्रवाई की धमकी देना सरकार की तानाशाही का परिचायक है। कर्मचारी अपनी मांगों को लोकतांत्रिक तरीके से रखने का अधिकार रखते हैं, और सरकार को उनकी मांगों को गंभीरता से विचारना चाहिए।"
करुणामूलक नौकरियों पर बयानबाजी
करुणामूलक नौकरियों को लेकर मुख्यमंत्री के बयान पर जयराम ठाकुर ने कहा, "मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि दो साल में 180 लोगों को नौकरियां दी गईं। क्या यह पर्याप्त है? हमारी सरकार ने अपने कार्यकाल में लगभग 5,000 लोगों को करुणामूलक आधार पर नौकरियां दीं थीं।" उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने कानून में संशोधन कर यह सुनिश्चित किया था कि अगर किसी कर्मचारी की सेवा के अंतिम दिन भी मृत्यु हो जाती है, तो उसके आश्रित को नौकरी मिलेगी।
मुख्यमंत्री को झूठ बोलने से बाज आने की सलाह
नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री सुक्खू पर झूठ बोलने और मुद्दों से गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार झूठ के भरोसे नहीं चल सकती। उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह दी कि वे झूठ बोलकर और मुद्दों से भटकाकर सरकार चलाने से बाज आएं।
फेसबुक पर हमसे जुड़ने के लिए यहांक्लिक करें। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट पाने के लिए हमेंगूगल न्यूज पर फॉलो करें।