सड़क सुरक्षा में क्रांति; हमीरपुर में स्थापित होगा कमांड सेंटर, पूरे प्रदेश पर रखेगा नजर
शिमला। हिमाचल प्रदेश में सड़क सुरक्षा को मजबूती देने के लिए सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। प्रदेश सरकार जल्द ही हमीरपुर में एक अत्याधुनिक सड़क सुरक्षा नियंत्रण एवं कमांड सेंटर स्थापित करेगी। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंगलवार को इसकी घोषणा कर दी है। इस परियोजना पर लगभग 30 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
यह भी पढ़ें ः - धर्मशाला में हिमाचल विधानसभा का सबसे लंबा शीतकालीन सत्र 26 नवंबर से, समय भी बदला
मुख्यमंत्री के गृह जिले में स्थापित होने वाला यह कमांड सेंटर प्रदेश की यातायात प्रणाली का एक महत्वपूर्ण केंद्र बिंदु होगा। इसे समेकित सड़क सुरक्षा प्रवर्तन प्रणाली के तहत विकसित किया जा रहा है। यह सेंटर पूरे प्रदेश भर में लगाए जा रहे आधुनिक एकीकृत यातायात प्रबंधन सिस्टम (आईटीएमएस) कैमरों से सीधे तौर पर जुड़ा रहेगा।
यह भी पढ़ें ः - लैपटॉप नहीं, छात्रों को सरकार देगी 16,000 रुपये का वाउचर
पुलिस विभाग इस हाई-टेक सुविधा का उपयोग कई प्रमुख कार्यों के लिए करेगा। इससे ई-चालान प्रणाली मजबूत होगी। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर त्वरित और सटीक कार्रवाई की जा सकेगी। सड़कों पर यातायात के प्रवाह और भीड़भाड़ की स्थिति की लाइव निगरानी की जा सकेगी। साथ ही सड़कों पर अनुशासन और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
यह भी पढ़ें ः - नशे पर होगा बड़ा प्रहार, पुलिस को मिले 66 आधुनिक वाहन, जानें कहां होंगे तैनात
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह ने स्पष्ट किया कि यह पहल न केवल सड़क सुरक्षा को मजबूती प्रदान करेगी, बल्कि यह राज्य के लिए अतिरिक्त राजस्व सृजित करने में भी सहायक होगी। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और सुरक्षित यातायात प्रणाली विकसित करने के सरकार के लक्ष्य में यह कमांड सेंटर एक गेम-चेंजर साबित होगा।
यह भी पढ़ें ः - हिमाचली लोगों ने दो साल में खरीदे 2,48,522 वाहन, सबसे ज्यादा कांगड़ा में
यह कमांड सेंटर हिमाचल प्रदेश स्टेट रोड़ ट्रांसर्फोमेशन परियोजना के तहत उठाए जा रहे व्यापक सुधारात्मक कदमों का हिस्सा है। इस परियोजना के अंतर्गत, पुलिस विभाग के लिए लगभग ₹60 करोड़ की लागत से 3373 सड़क सुरक्षा प्रवर्तन उपकरण भी खरीदे जा रहे हैं, जिन्हें 10 जिलों में वितरित किया जाएगा।
हमीरपुर में कमांड सेंटर की स्थापना हिमाचल को देश के सबसे सुरक्षित राज्यों की सूची में शामिल करने की दिशा में एक मील का पत्थर है।
फेसबुक पर हमसे जुड़ने के लिए यहांक्लिक करें। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट पाने के लिए हमेंगूगल न्यूज पर फॉलो करें।

