CM सुक्खू बोले- समय पर होंगे पंचायत चुनाव, सड़कें खुलने का इंतजार
शिमला। हिमाचल प्रदेश में आगामी पंचायत चुनावों को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोप के बीच मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने स्थिति स्पष्ट कर दी है। वीरवार को शिमला में मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि राज्य में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव समय पर करवाए जाएंगे और सरकार चुनाव आयोग को पूरा सहयोग देगी।
मुख्यमंत्री का यह बयान तब आया है जब भाजपा नेता पिछले कुछ हफ्तों से लगातार राज्य सरकार को घेर रहे थे। भाजपा ने पंचायतों के पुनर्गठन की प्रक्रिया और आपदा अधिनियम का हवाला देकर चुनाव को आगे टालने की कथित साजिश का आरोप लगाया था। भाजपा नेताओं का दावा था कि हार के डर से कांग्रेस सरकार लोकतंत्र की जड़ों पर आघात कर रही है।
सड़क खुलने के बाद मतदान
विपक्ष के आरोपों को दरकिनार करते हुए मुख्यमंत्री सुक्खू ने देरी न होने का भरोसा दिया, लेकिन साथ ही एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक स्थिति भी स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि हिमाचल में अभी डिजास्टर एक्ट लगा है। सरकार का दायित्व है कि सबसे पहले आपदा प्रभावित परिवारों तक राहत पहुंचाई जाए और सभी पंचायतों की सड़कों को खोला जाए।
उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव तभी करवाए जाएंगे जब सड़कें पूरी तरह से खुल जाएंगी और सामान्य जनजीवन बहाल हो जाएगा। यह स्पष्टीकरण आगामी चुनावों को प्रशासनिक सुविधा और जनहित के तराजू पर तौलते हुए देरी के आरोपों पर विराम लगाने की एक कूटनीतिक कोशिश मानी जा रही है।
तैयारियों में जुटा है निर्वाचन आयोग
मुख्यमंत्री के बयान से यह लगभग तय हो गया है कि चुनाव दिसंबर-जनवरी में ही होंगे, जिसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग पहले ही तैयारी शुरू कर चुका है। आयोग ने सभी जिला उपायुक्तों को मतदान अधिकारियों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, 14 नवंबर को अंतिम मतदाता सूची जारी होने के बाद बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल (IAS, HAS, IPS तबादले) भी किए जाने की तैयारी है।
अब सबकी निगाहें सड़कों की बहाली पर टिकी हैं, जिसके बाद चुनाव की आधिकारिक तिथियों की घोषणा की जा सकती है।
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