सेवानिवृति पर टौणी देवी के शिक्षक संतोष रांगड़ा ने स्कूल को दिया 16 हजार का दान

स्वर्ण  जयंती राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ( उत्कृष्ट) टौणी देवी में सेवानिवृत होने हो रहे प्रवक्ता हिंदी  संतोष रांगड़ा को भावभीनी विदाई दी गयी। जिसमें बच्चों ने अपने रंगारंग कार्यक्रम से  अपने प्रिय शिक्षक की सेवानिवृति के मौके को  बेहद खास बना दिया । 
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हमीरपुर ।  कहते हैं कि शिक्षक सेवा के दौरान तो विद्यार्थियों के अंधकार को शिक्षा रूपी लौ  से हरते हैं लेकिन यहां शिक्षक ने तो सेवानिवृति के मौके पर भी मिसाल पेश कर दी।  स्वर्ण  जयंती राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ( उत्कृष्ट) टौणी देवी में सेवानिवृत होने हो रहे प्रवक्ता हिंदी  संतोष रांगड़ा को भावभीनी विदाई दी गयी। जिसमें बच्चों ने अपने रंगारंग कार्यक्रम से  अपने प्रिय शिक्षक की सेवानिवृति के मौके को  बेहद खास बना दिया । 

प्रधानाचार्य  रजनीश रांगड़ा ने बताया कि   शिक्षक अंतिम सांस तक सेवानिवृत्त नहीं हो सकता । शिक्षकों द्वारा बच्चों को दी गई शिक्षा और संस्कार हमेशा उपस्थित रहते है। एक शिक्षक आजीवन ज्ञान की धारा से जुड़ा रहता । संतोष रांगड़ा ने 1983 में भारतीय सेना में  शामिल होकर देश सेवा की, जबकि शिक्षा विभाग में साल 2003 से आज तक विभिन्न पाठशालाओं में अपना बहुमूल्य ज्ञान बांटा ।   जिसमें शिमला जिले का खद्दर हमीरपुर जिले की बराड़ा ,दरबयार , मटाहनी एवं टौणी देवी शामिल रहे। 
 सेवानिवृत्त संतोष रांगड़ा ने कहा कि, आज मेरे लिए भावुकता का पल हैं। यहां के लोगों ने मुझे इतना प्यार और सम्मान दिया है कि मैं  इसे कभी भुला नहीं पाऊंगा । इस अवसर उन्होंने बच्चों के हित में चलाई जा रही पात्र छात्रवृति कोष के लिए 10 हजार रुपए , स्कूल के लिए 5000 जबकि बच्चों के लिए 1000 रूपए भी दिए । 

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