Himachal News : मंडी की बेटी सुमन कुमारी बनीं देश की पहली BSF महिला स्नाइपर
मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला की बेटी सुमन कुमारी ने इतिहास रच दिया है। वे BSF में देश की पहली महिला स्नाइपर बन गई हैं। 56 पुरुषों के दल में अकेली महिला होने के बावजूद उन्होंने अपनी बहादुरी और दृढ़ संकल्प का लोहा मनवाया। 8 हफ्तों की कठिन स्नाइपर ट्रेनिंग को सफलतापूर्वक पूरा कर उन्होंने न केवल खुद के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गौरव हासिल किया है।
सुमन 2021 में BSF में भर्ती हुई थीं और पंजाब यूनिट में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। पंजाब में तैनाती के दौरान सीमा पार से स्नाइपर हमलों के खतरे को देखते हुए उन्होंने स्नाइपर बनने का संकल्प लिया। अपनी बहादुरी और लगन से उन्होंने यह मुश्किल लक्ष्य भी हासिल कर लिया।
उप-निरीक्षक सुमन कुमारी सीमा सुरक्षा बल की पहली महिला स्नाइपर बनकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने हाल ही में मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित केंद्रीय आयुध एवं युद्ध कौशल विद्यालय (सीएसडब्ल्यूटी) में आठ सप्ताह का स्नाइपर कोर्स पूरा कर और "इंस्ट्रक्टर ग्रेड" प्राप्त किया।
यह प्रशिक्षण बेहद कठिन था। प्रशिक्षित स्नाइपर निर्धारित दूरी से एसएसजी समेत अन्य बंदूकों से सटीक निशाना लगाने में सक्षम होते हैं। उन्हें दुर्गम परिस्थितियों में अपनी पहचान छुपाकर कार्रवाई करने का भी प्रशिक्षण दिया जाता है। तीन किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी से दुश्मन पर अचूक निशाना लगाने में सक्षम होने के लिए सुमन ने कठोर परिश्रम किए।
सीमा सुरक्षा बल (BSF) वाकई में एक समावेशी बल बनता जा रहा है, जहाँ #महिलाएं हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रही हैं। इसी दिशा में एक कदम उठाते हुए, कठोर प्रशिक्षण के बाद, #BSF को अपनी पहली #महिला स्नाइपर मिली है। यह घोषणा शनिवार को BSF CSWT इंदौर द्वारा की गई।
BSF is truly becoming an inclusive Force where #ladies are taking rapid strides everywhere. In a step in this direction, after rigorous training, #BSF has got the First #Mahila Sniper. pic.twitter.com/S80CUo0eKz
— BSF CSWT INDORE (@BSF_CSWT) March 2, 2024
सुमन ने न केवल स्नाइपर ट्रेनिंग पूरी की, बल्कि "इंस्ट्रक्टर ग्रेड" भी प्राप्त किया। यह उपलब्धि हासिल करने वाली वे पहली महिला हैं। सुमन के परिवार को उनकी बेटी पर गर्व है। उनके पिता दिनेश कुमार ठाकुर इलेक्ट्रिकल ठेकेदार हैं और माता माया देवी गृहिणी हैं। सुमन की बहन सुषमा ठाकुर डॉक्टर हैं और भाई विक्रांत ठाकुर बीटेक इलेक्ट्रिकल पास हैं।
कोटली उपमंडल के तहत आने वाले कुटल गांव की रहने वालीं 28 वर्षीय सुमन कुमारी उन सभी लड़कियों और महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं जो देश की सेवा करना चाहती हैं। उनकी कहानी हमें सिखाती है कि कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
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