आईजीएमसी अग्निकांड : कैफेटेरिया संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी सरकार

आगजनी की घटना का जायजा लेने पहुंचे सीपीएस संजय अवस्थी ने दिए निर्देश। आगजनी से 50 से 60 लाख के नुकसान की आशंका।  आईजीएमसी में आगजनी का जायजा लेने के लिए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल सरकार से पहले पहुंचे।
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शिमला । आईजीएमसी के कैफेटेरिया में वीरवार सुबह हुई आगजनी पर संज्ञान लेते हुए प्रदेश सरकार ने कैफेटेरिया संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।  मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी ने आगजनी की घटना के उपरांत तुरंत मौके पर पहुंचकर आग लगने के कारणों की जानकारी हासिल की तथा मरीजों की सुरक्षा के साथ-साथ आगजनी से हुए नुकसान का जायजा भी लिया। उन्होंने कहा कि इस आगजनी में किसी भी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ है, जबकि लगभग 50 से 60 लाख रुपए की अनुमानित राशि के नुकसान की आशंका जताई गई है जिसमें कैफेटेरिया के साथ-साथ लिफ्ट को भी नुकसान की आशंका है।

संजय अवस्थी ने अस्पताल प्रशासन को लापरवाही बरतने के लिए कैफेटेरिया संचालक के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस संबध में चिकित्सा अधीक्षक को निर्धारित समय अवधि के भीतर जांच पूर्ण कर रिर्पोट सरकार को भेजने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी शिमला के नये ओपीडी भवन के सबसे ऊपर वाली मंजिल में संचालित कैफेटेरिया में आज प्रातः लगभग 8.30 बजे गैस सिलेंडर की लीकेज के कारण आगजनी की घटना हुई। उन्होंने कहा कि जैसे की गैस सिलेंडर में आग लगी उसके कुछ ही मिनटों बाद धमाके की आवाज आई जिससे पूरे कैफेटेरिया में आगजनी हो गई।
उन्होंने कहा कि जैसे ही इस सम्बध में अस्पताल प्रशासन को सूचना प्राप्त हुई उन्होंने तुरन्त अग्निशमन विभाग से संपर्क करने के साथ-साथ मौके पर पहॅंचकर चौकअप के लिए आए मरीजों को सुरक्षित बाहर निकालते हुए नये ओपीडी भवन को खाली कर दिया। उन्होंने कहा कि अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने तुरन्त आईजीएमसी पहुंचकर आग पर काबू पाया और नये ओपीडी भवन में बड़े हादसे को रोकने में सफलता हासिल की। उन्होंने कहा कि आगजनी की घटना को रोकने में अग्निशमन विभाग का कार्य सराहनीय रहा। उन्होंने तत्परता से कार्य करते हुए आग पर काबू पाया।
मरीजों को नहीं होगी कोई परेशानी : अवस्थी
सीपीएस संजय अवस्थी ने कहा कि मरीजों को कोई परेशानी न हो इसलिए नये भवन की सभी ओपीडी को पुराने भवन में स्थानांतरित कर सुचारू रखा गया है और दो-तीन दिनों के भीतर इस ओपीडी को पुनः नये ओपीडी भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एफआईआर पंजीकृत कर दी गई है। इस अवसर पर स्थानीय विधायक हरीश जनारथा, आईजीएमसी प्रधानाचार्य डा. सीता ठाकुर, अतिरिक्त निदेशक स्वास्थ्य ईशा ठाकुर, चिकित्सा अधीक्षक डा. राहुल राव, चिकित्सा उप अधीक्षक डा. अमन, एचओडी डा. सुरेन्द्र सहित अस्पताल प्रशासन के अधिकारी व अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।
सरकार से पहले पहुंचे जयराम और बिंदल
आईजीएमसी में आगजनी का जायजा लेने के लिए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल सरकार से पहले पहुंचे। जयराम ठाकुर ने कहा कि आईजीएमसी में आग लगने के कारण अस्पताल की संस्था को भारी नुकसान हुआ है। हमें इस प्रकरण से सीख लेनी चाहिए और आने वाले समय में इस प्रकार के हादसे न हो इसके बारे में विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से यह आग लगी इसके परिणाम काफी गंभीर भी हो सकते थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और प्रशासन को इस प्रकरण पर गंभीरता से एक्शन लेना चाहिए और इसके लिए एक जांच समिति भी तय करनी चाहिए।

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