रागी के लड्डू और चूरमा से दूर करेंगे कुपोषण की समस्या : उपायुक्त

हमीरपुर जिले के हर शिशु को देंगे रागी के पौष्टिक लड्डू और चूरमा । डीसी हेमराज बैरवा की विशेष पहल पर सभी ब्लॉकों में वितरण शुरू किया ।  ब्लॉक बिझड़ी में संचालित 273 आंगनवाड़ी केन्द्रों में 6माह से 1 वर्ष के कुल 574 बच्चें व 1 वर्ष से 3 वर्ष के कुल 2442 बच्चे है।
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हमीरपुर । जिला हमीरपुर में कुपोषण की समस्या को पूरी तरह खत्म करने तथा प्रत्येक बच्चे का सही पोषण सुनिश्चित करने के लिए उपायुक्त हेमराज बैरवा की विशेष पहल पर 3 वर्ष तक की आयु के सभी शिशुओं को देसी घी एवं रागी के लड्डू दिए जाएंगे। जिला के विभिन्न ब्लॉकों के आंगनवाड़ी केंद्रों में शुक्रवार से अत्यंत पौष्टिक गुणों से भरपूर लड्डुओं का वितरण आरंभ कर दिया गया।  उपायुक्त ने बताया कि सामान्य शिशुओं को ये लड्डू सप्ताह में एक बार और कुपोषित बच्चों को दो बार दिए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि बाल कुपोषण एक गंभीर समस्या है और इसके स्थायी समाधान के लिए हमें छोटे बच्चों के आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्होंने बताया कि कई बार पर्याप्त भोजन देने के बावजूद कई बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि इन बच्चों के माता-पिता को आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों की जानकारी ही नहीं होती। उपायुक्त ने बताया कि हमारे कई पारंपरिक व्यंजन और मोटे अनाज से बनने वाले व्यंजन पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। रागी के लड्डू भी इन्हीं में से एक है। इसके पौष्टिक गुणों को देखते हुए ही जिला में बच्चों को इनके वितरण की पहल की गई है।


उपायुक्त ने बताया कि 3 वर्ष तक के सभी बच्चों तथा तीन से पांच वर्ष के कुपोषित बच्चों को देसी घी में बने रागी के लड्डू उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा 6 माह से 1 वर्ष तक के बच्चों को रागी का चूरमा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि लड्डू और चूरमा की सामग्री सीधे स्थानीय किसानों से प्राप्त की जा रही है तथा इन्हें तैयार करवाने में महिला स्वयं सहायता समूहों की मदद भी ली जा रही है, ताकि इस विशेष मुहिम से स्थानीय लोगों को भी आय हो सके। महिला स्वयं सहायता समूहों को होटल प्रबंधन संस्थान हमीरपुर में पारंपरिक पौष्टिक व्यंजन बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।

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 उधर, सुजानपुर के सीडीपीओ कुलदीप सिंह चौहान, नादौन के संजय गर्ग और टौणीदेवी की सीडीपीओ सुकन्या कुमारी ने बताया कि क्षेत्र के आंगनवाड़ी केंद्रों में रागी के लड्डुओं और चूरमा का वितरण शुक्रवार से आरंभ कर दिया गया है।  इस अवसर पर टौणीदेवी के आंगनवाड़ी केंद्र टपरे में आयोजित कार्यक्रम में प्रधान दीवान चंद, पंचायत सदस्य ओम प्रकाश, सुपरवाइजर लीला देवी, राजेश कुमार, बलजिंद्र, रवि, प्रीतम चंद, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सविता गुलेरिया, सुनीता डोगरा, कंचन, निशा रानी, डिंपल, निर्मला, अंजु, विंद्रावती, मोनिका और अन्य महिलाएं भी उपस्थित थीं।

वहीं  महिला एंव बाल विकास विभाग समाज में बच्चों की सेहत का ध्यान रखते हुए कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए माह दिसम्बर से नई योजना के तहत उन्हें रागी के लडडू व चूरमा खिलाया जाएगा।  ब्लॉक बिझड़ी में संचालित 273 आंगनवाड़ी केन्द्रों में 6माह से 1 वर्ष के कुल 574 बच्चें व 1 वर्ष से 3 वर्ष के कुल 2442 बच्चे है। उक्त आंगनवाड़ी केन्द्रों में 1 वर्ष से 6 वर्ष के बीच 28 बच्चे अति कुपोषित तथा 112 कुपोषित बच्चे है।  इस योजना के तहत 6 माह से 1 वर्ष के सभी बच्चों को सप्ताह में एक बार चूरमा दिया जाएगा तथा एक वर्ष से 3 वर्ष के सभी बच्चों को सप्ताह में एक बार लडडू दिया जाएगा।

इसके अतिरिक्त 1 वर्ष से 6 वर्ष के सभी कुपोषित/अतिकुपोषित  बच्चों को सप्ताह में दो बार लडडू दिए जाएगें। यह रागी के चुरमा व लडडू देने की पहल उपायुक्त हमीरपुर द्वारा सिर्फ जिला हमीरपुर में ही की गई है व उनके निर्देशानुसार व उपायुक्त हमीरपुर द्वारा जारी राशी के आधार पर ही पूरे जिला हमीरपुर में रागी के लडडू व चूरमा आंगनवाड़ी  केन्द्रों के माध्यम से बच्चों को वितरित किया जाएगा। बाल विकास परियोजना अधिकारी बिझड़ी एन.आर नेगी ने बताया कि बच्चों के आधारभूत सर्वेक्षण अनुसार हर बच्चे का रिकार्ड वजन/लम्बाई ईत्यादि हर आंगनवाड़ी केन्द् में लिया गया है, तथा हर माह के  उपरान्त रागी का चुरमा व लडडू दिए जाने उपरान्त हर बच्चे के वजन का अवलोकन  किया जाएगा।

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