Hamirpur News : कोटला स्कूल में सबसे पहले लागू हुआ नया क्लस्टर सिस्टम

बिझड़ी खंड में राजकीय माध्यमिक पाठशाला कोटला ने सबसे पहले कलस्टर सिस्टम को लागू कर दिया है। 29 नवंबर को शिक्षा सचिव ने नए क्लस्टर सिस्टम की अधिसूचना जारी की थी।
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हमीरपुर ।  जिला हमीरपुर के बिझड़ी खंड में राजकीय माध्यमिक पाठशाला कोटला ने सबसे पहले कलस्टर सिस्टम को लागू कर दिया है। 29 नवंबर को शिक्षा सचिव ने नए क्लस्टर सिस्टम की अधिसूचना जारी की थी। इसके विरोध और समर्थन की जद्दोजहद जारी है। मगर इस अधिसूचना के जारी होने के तुरंत बाद 1 दिसंबर से ही क्लस्टर सिस्टम लागू करने के लिए विशेष प्रयास राजकीय माध्यमिक पाठशाला कोटला ने कर दिखाए हैं। स्कूल के मुखिया विजय हीर ने प्राथमिक स्कूल हेड टीचर उत्तम चन्द के साथ मिलकर  क्लस्टर सिस्टम लागू करने पर सहमति बनाई और इसका विस्तृत माइक्रोप्लान भी बनाया है।

 ऐसा करने वाला यह जिला हमीरपुर का प्रथम स्कूल बन गया है। अब दोनों स्कूलों में मिड डे मील पकाना और प्रार्थना सभा सांझा करने का कार्य शुरू कर दिया गया है और सिंगल टीचर स्कूल कोटला को विशेष मदद पढ़ाई में भी दी जाएगी। इसके तहत सप्ताह में कुछ पढ़ाई के सत्र सांझे भी होंगे और मिडिल स्कूल के शिक्षक प्राथमिक स्कूल के बच्चों को कोर पाठ्यक्रम पढ़ाएंगे। तीसरी कक्षा से संस्कृत और हिंदी पढ़ाने में शास्त्री शिक्षक योगदान देंगे और टीजीटी शिक्षक सामाजिक अध्ययन, विज्ञान और गणित के रोचक प्रयोग और गतिविधियां भी बच्चों से करवाएंगे।
इस श्रृंखला में खेल गतिविधियों की तैयारी भी सांझी रहेगी और खेल कूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम का सत्र भी सांझा रहेगा। खेल सामग्री सांझा इस्तेमाल होगी और योगासन का लाभ कक्षा 1से 8 के सभी बच्चों को प्रार्थना सभा से मिलेगा। पदमासन में प्रार्थना सभा आयोजित होगी और बच्चों को साइंस किट,गणित किट का लाभ  सांझे तौर पर होगा। वार्षिक समारोह का आयोजन भी ये स्कूल साँझे रूप से करेंगे जिसके लिए पारितोषक खरीद भी पूरी कर ली गई है। स्कूल प्रबंधन समिति अगले सत्र से सांझी होगी जबकि इस वर्ष की वार्षिक योजना सांझी ही बनाई जा रही है।
इसके अलावा दोपहर बाद पहाड़े बुलाने का 15 मिनट का सत्र सांझा होगा और कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थी प्राथमिक कक्षाओं के लिए मेंटर का कार्य भी करेंगे। मिड डे मील के कुल खर्च 60 प्रतिशत मिडल और 40 प्रतिशत प्राथमिक स्कूल वहन करेगा क्योंकि इसकी मात्रा और बजट भी  मिडिल हेतु डेढ़ गुणा होता है। इसके अलावा नैतिक शिक्षा और भारतीय संस्कृति पर विशेष सत्र आयोजित होंगे जबकि भारत दर्शन श्रृंखला, भाषा संगम आदि क्रियाओं का लाभ सभी विद्यार्थियों को मिलेगा।
एक अकादमिक कैलेंडर और एक एक्टिविटी कैलेंडर सिस्टम भी लागू कर दिया गया है । मुख्यमंत्री के गृह जिला से क्लस्टर सिस्टम को सबसे पहले लागू करने से क्रियान्वयन सरल होने की उम्मीद भी है। दोनों स्कूल ने स्टॉक और अन्य भौतिक संसाधनों के प्रभावी इस्तेमाल पर काम शुरू कर दिया है ताकि प्राथमिक स्तर पर शिक्षा को बेहतर बनाने में मॉडल योगदान क्लस्टर स्कूल भी दे सकें।

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