हमीरपुर । पर्यावरण को हरा-भरा बनाए रखने के लिए वन विभाग व सरकार लगातार पेड़ बचाओ पेड़ लगाओ अभियान चलाती रहती हैं । इन अभियानों पर लाखों रुपए खर्च भी होते हैं। लेकिन उपमंडल बड़सर की एक ग्राम पंचायत के स्कूल प्रांगण में खड़े बड़े-बड़े पेड़ों को काटकर पर्यावरण बचाने की इस मुहिम को डिरेल करने की कोशिश की गई है। हैरानी की बात है कि बेशकीमती लकड़ी 2 सालों तक पटवार घर के पास खुले में सड़ती रही, लेकिन अंत में एक जागरूक व्यक्ति की शिकायत के बाद आरोपी को जुर्माना डाला गया है।
मामला उपमंडल बड़सर की ग्राम पंचायत क्याराबाग का है। अनुज शर्मा की शिकायत के मुताबिक लगभग 2 साल पहले स्कूल के प्रांगण में खड़े दो से तीन पेड़ों को बिना किसी कारण और बिना एनओसी के काट दिया गया। शिकायतकर्ता ने कहा कि जब उसने पटवार घर के बाहर लकड़ी के ढेर को पड़ा हुआ देखा, तो छानबीन करने पर पता चला कि यह लकड़ी स्कूल से काटे गए पेड़ों की है। पेड़ों को काटने के लिए वन विभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। हालांकि शिकायत के बाद वन विभाग हरकत में आया । उसने लकड़ी की डैमेज रिपोर्ट काटकर आरोपी व्यक्ति को जुर्माना कर दिया है। लेकिन शिकायतकर्ता ने कहा कि वह इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है । इस मामले में और भी जांच की जानी बाकी है।
अनुज के मुताबिक वन विभाग द्वारा जवाब में बताया गया है कि पेड़ पहले से क्षति ग्रस्त थे तथा स्कूल की दीवार पर गिरे थे । इसलिए उनको काटकर उनकी लकड़ी साइड में रखी गई थी। लेकिन उनका कहना है कि पूरे साक्ष्य मौजूद हैं। पेड़ बिल्कुल हरे-भरे तथा सही हालत में स्कूल प्रांगण में खड़े थे। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत के बाद वे उसके समाधान से संतुष्ट नहीं हैं। उनकी शिकायत लेवल 3 पर समाधान के लिए जा चुकी है।
उधर डी एफ ओ हमीरपुर राकेश कुमार ने बताया कि बिना एन ओ सी पेड़ काटने पर आरोपी के खिलाफ डैमेज रिपोर्ट काटकर जुर्माना किया गया है । लकड़ी भी विभाग ने अपने कब्जे में ले ली है।