हिमाचल के किसानों के लिए खुशखबरी, गाय के दूध पर MSP बढ़ा, अब 45 रुपये किलो बिकेगा दूध

हिमाचल प्रदेश में वित्त वर्ष 2024-25 में गाय के दूध का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) भी बढ़ गया है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बजट भाषण में दूध के दामों को 38 रुपये से बढ़ाकर 45 रुपये करने की घोषणा की थी।
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हिमाचल प्रदेश में वित्त वर्ष 2024-25 में गाय के दूध का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) भी बढ़ गया है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बजट भाषण में दूध को दामों को 38 रुपये से बढ़ाकर 45 रुपये करने की घोषणा की थी। इसके साथ ही भैंस के दूध को भी 55 रुपये प्रति किलो सरकार द्वारा खरीदे जाने की घोषणा की थी। अब एक अप्रैल से हिमाचल में नए रेट लागू हो गए हैं। इससे प्रदेश के लगभग 47,000 हजार दुग्ध उत्पादकों को लाभ मिलेगा।

हिमाचल प्रदेश में वित्त वर्ष 2024-25 में गाय के दूध का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) भी बढ़ गया है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बजट भाषण में दूध के दामों को 38 रुपये से बढ़ाकर 45 रुपये करने की घोषणा की थी। इसके साथ ही भैंस के दूध को भी 55 रुपये प्रति किलो सरकार द्वारा खरीदे जाने की घोषणा की थी। अब एक अप्रैल से हिमाचल में नए रेट लागू हो गए हैं। इससे प्रदेश के लगभग 47,000 हजार दुग्ध उत्पादकों को लाभ मिलेगा।

किसानों को फायदे:

  • आय में वृद्धि: एमएसपी में वृद्धि से किसानों की आय में सीधे तौर पर वृद्धि होगी।

  • लागत में कमी: सरकार द्वारा गाय के दूध की खरीद से किसानों को दूध बेचने के लिए बाजार ढूंढने की आवश्यकता नहीं होगी।

  • पशुपालन को बढ़ावा: एमएसपी में वृद्धि से पशुपालन को बढ़ावा मिलेगा और अधिक किसान गाय पालन के लिए प्रेरित होंगे।

  • आर्थिक सुरक्षा: एमएसपी किसानों को उनकी उपज के लिए एक गारंटीकृत मूल्य प्रदान करता है, जिससे उन्हें आर्थिक सुरक्षा मिलती है।

अन्य लाभ:

  • रोजगार सृजन: डेयरी उद्योग में वृद्धि से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

  • ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती: डेयरी उद्योग के विकास से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

  • दूध की उपलब्धता में वृद्धि: एमएसपी में वृद्धि से दूध की उपलब्धता में वृद्धि होगी और दूध की कीमतें कम होंगी।

हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा गाय के दूध का एमएसपी बढ़ाना राज्य के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह निर्णय किसानों की आय में वृद्धि करेगा, पशुपालन को बढ़ावा देगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा।

अतिरिक्त जानकारी:

  • हिमाचल प्रदेश में लगभग 47,000 दुग्ध उत्पादक हैं।

  • हिमाचल में प्रतिदिन लगभग 10 लाख लीटर गाय का दूध का उत्पादन होता है।

  • सरकार ने एपीएमसी द्वारा ली जाने वाली मार्केट फीस भी माफ कर दी है, जिससे किसानों को और अधिक लाभ होगा।

यह निर्णय हिमाचल प्रदेश के किसानों के लिए एक बड़ी सफलता है और राज्य में डेयरी उद्योग के विकास को गति देगा।

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