हिमाचल में शुष्क ठंड का कहर, मैदानी इलाकों में कोहरा, पहाड़ों पर बर्फबारी के आसार

प्रदेश में शुष्क ठंड के प्रकोप ने लोगों को परेशान कर दिया है। मैदानी इलाकों में कोहरा पड़ने से दृश्यता (विजिबिलिटी) कम हो गई है, जिससे सड़कों पर यातायात प्रभावित हो रहा है।
 
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प्रदेश में शुष्क ठंड के प्रकोप ने लोगों को परेशान कर दिया है। मैदानी इलाकों में कोहरा पड़ने से दृश्यता (विजिबिलिटी) कम हो गई है, जिससे सड़कों पर यातायात प्रभावित हो रहा है। बिलासपुर, मंडी और सुंदरनगर में बुधवार सुबह दृश्यता घटकर 200 मीटर तक पहुंच गई, जिससे स्थानीय निवासियों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, राजधानी शिमला और आसपास के क्षेत्रों में धूप खिली रहने से मौसम सुहावना बना हुआ है।

शिमला। प्रदेश में शुष्क ठंड के प्रकोप ने लोगों को परेशान कर दिया है। मैदानी इलाकों में कोहरा पड़ने से दृश्यता (विजिबिलिटी) कम हो गई है, जिससे सड़कों पर यातायात प्रभावित हो रहा है। बिलासपुर, मंडी और सुंदरनगर में बुधवार सुबह दृश्यता घटकर 200 मीटर तक पहुंच गई, जिससे स्थानीय निवासियों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, राजधानी शिमला और आसपास के क्षेत्रों में धूप खिली रहने से मौसम सुहावना बना हुआ है।

आने वाले दिनों में मौसम में बदलाव की संभावना

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले तीन-चार दिनों तक हिमाचल प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहेगा। इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है, जिससे 11 और 12 नवंबर को मध्यवर्ती और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है। लाहौल-स्पीति, किन्नौर और पांगी-भरमौर जैसे जनजातीय इलाकों में बर्फबारी की प्रबल संभावना जताई गई है, जिससे ठंड का प्रकोप और बढ़ सकता है।

लंबा शुष्क स्पैल, फसलों पर असर

हिमाचल प्रदेश में मानसून की विदाई के बाद से बारिश नहीं हुई है, जिसके कारण राज्य में एक लंबा शुष्क स्पैल (ड्राई स्पैल) चल रहा है। अक्टूबर में सामान्य से 98 प्रतिशत कम बारिश हुई, और नवंबर में भी अभी तक मौसम शुष्क बना हुआ है। इस स्थिति के कारण गेहूं की बिजाई में देरी हुई है, जिससे किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं।

लाहौल-स्पीति में ठंड का कहर, जमने लगे जलस्रोत

लाहौल-स्पीति जिले में भीषण ठंड का प्रकोप देखने को मिल रहा है। यहां रात का पारा माइनस में पहुंच गया है, जिसके चलते नदी-नालों और झरनों का पानी जमना शुरू हो गया है। ताबो इस जिले का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां बुधवार को न्यूनतम तापमान -1.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कुकुमसेरी में 0.1 डिग्री, केलांग में 3.5 डिग्री और समधो में 5.9 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।

प्रमुख स्थानों का तापमान

प्रदेश के अन्य प्रमुख जिलों में भी ठंड का असर देखा जा रहा है। बुधवार को शिमला और सुंदरनगर में न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री, भुंतर में 9.2 डिग्री, धर्मशाला में 13.5 डिग्री, उना में 9.8 डिग्री और नाहन में 16.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा, पालमपुर में 10.5 डिग्री, सोलन में 10.6 डिग्री, मनाली में 7.6 डिग्री, कांगड़ा में 12.6 डिग्री, मंडी में 14.6 डिग्री और बिलासपुर में 15.1 डिग्री का तापमान दर्ज किया गया।

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