हिमाचल में चार महीने में सामान्य से कम हुई बारिश ने भी मचाई तबाही

हिमाचल प्रदेश में मानसून के चार माह बीतने के बाद सामान्य से 10 फीसदी कम बारिश दर्ज हुई है। केवल चार जिलों में ही सामान्य से अधिक बारिश हुई है।
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हिमाचल में बारिश।

शिमला। बेशक हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश हो रही हो, लेकिन यह सामान्य बारिश से कम है। हिमाचल प्रदेश में मानसून के चार माह बीतने के बाद सामान्य से 10 फीसदी कम बारिश दर्ज हुई है। केवल चार जिलों में ही सामान्य से अधिक बारिश हुई है, जबकि आठ जिलों में मानसून की सामान्य से कम बारिश हुई है।


मौसम विभाग ने वीरवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला में सामान्य से काफी अधिक बारिश हुई है। जबकि चम्बा और लाहौल-स्पीति में कम बारिश हुई। कुल्लू में सामान्य से 40 फीसदी, मंडी में 11 फीसदी, शिमला में नौ फीसदी और बिलासपुर में सामान्य से एक फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई। 

मौसम विभाग के अनुसार ऊना जिला में सामान्य से 14 फीसदी कम, कांगड़ा में आठ फीसदी कम, किन्नौर में छह फीसदी कम, सोलन में 11 फीसदी कम, हमीरपुर में तीन फीसदी और सिरमौर जिला में 14 फीसदी कम मानसून में बरसात। लाहौल-स्पीति में सामान्य से 69 फीसदी कम और चंबा में सामान्य से 44 फीसदी कम बारिश हुई।


मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक जून माह में बारिश में 17 फीसदी की कमी रही। जूलाई में मानसून ने रफ्तार पकड़ी और पांच फीसदी अधिक बारिश हुई। अगस्त में सामान्य से 44 फीसदी कम बारिश हुई। हालांकि सितम्बर में सामान्य से 34 फीसदी बारिश हुई।

हिमाचल में इस साल बारिश आफत बनकर आई है। प्रदेश में बारिश और भूस्खलन से 23 सितंबर तक 214 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में 152 लोगों की जान गई है। इसके अलावा 339 मवेशियों और पक्षियों की भी मौत हुई है। इतना ही नहीं प्रदेश में 60 मकान जमींदोज हो चुके हैं, जबकि 41 पक्के और 219 कच्चे मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। 

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