Sikhs For Justice ने जारी किया भारत का 'नया नक्शा', खालिस्तान में शामिल किया हिमाचल

अमेरिका स्थित संगठन सिख फॉर जस्टिस (Sikh For Justice) का मुखिया प्रतिबंधित आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant singh pannu) है। भारत सरकार ने पन्नू को 2019 में आतंकवादी घोषित कर दिया था।
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अमेरिका स्थित संगठन सिख फॉर जस्टिस (Sikh For Justice) का मुखिया प्रतिबंधित आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant singh pannu) है। भारत सरकार ने पन्नू को 2019 में आतंकवादी घोषित कर दिया था।

सिख फॉर जस्टिस (Sikhs For Justice) नाम के एक संगठन ने भारत का खालिस्तानी नक्शा (Khalistani Map) जारी किया है। इसमें न सिर्फ पंजाब बल्कि हरियाणा, हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) और राजस्थान (Rajsthan), उत्तर प्रदेश को खालिस्तान का हिस्सा दिखाया गया है। Sikhs For Justice की ओर से जारी खालिस्तानी नक्शे में हिमाचल, पंजाब और हरियाणा को पूर्ण रूप से खालिस्तान का हिस्सा बताया है, जबकि राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों को नक्शे में शामिल किया गया है। सिख फॉर जस्टिस अमेरिका का एक संगठन है जो भारत से पंजाब को अलग करके खालिस्तान (Khalistan) बनाने की मांग का समर्थन करता है।


संगठन का मुखिया प्रतिबंधित आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant singh pannu) है। भारत ने एक गैर-कानूनी संगठन के रूप में सिख फॉर जस्टिस (Sikhs For Justice) पर 2019 में बैन लगा दिया था। खालिस्तान बनाने के लिए 2019 में 'पंजाब स्वतंत्रता जनमत संग्रह' के लिए अभियान शुरू करने के बाद यह प्रतिबंध लगाया गया था। संगठन की ओर से जारी नक्शे में पीला हिस्से को सिख राष्ट्र खालिस्तान (Khalistan) बताया गया है। पंजाब पुलिस ने खालिस्तान समर्थक प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के संस्थापक पन्नू (Gurpatwant singh pannu) और उसके साथियों के खिलाफ पिछले साल देशद्रोह एवं अलगाववाद के दो अलग-अलग मामले दर्ज किए थे। 

अगस्त में बिलासपुर में सड़क पर लिखे गए थे खालिस्तानी स्लोगन 
दावा किया जा रहा है कि भारत के इन हिस्सों को काटकर खालिस्तान का निर्माण किया जाएगा। इसमें राजस्थान के बुंदी और कोटा जैसे जिले और उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से लेकर सीतापुर तक कई जिलों को शामिल किया गया है। संगठन का मुखिया पन्नू उन 9 लोगों में शमिल है, जिन्हें केंद्र सरकार ने गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के प्रावधानों के तहत आतंकवादी घोषित किया है। उल्लेखनीय है कि 15 अगस्त से पहले हिमाचल के कई पत्रकारों को फोन करके मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को हिमाचल में स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा न फहराने देने की धमकी दी गई थी। इसके अलावा बिलासपुर में भी खालिस्तान में आपका स्वागत है और यहां से खालिस्तान की हद शुरू होती है जैसे स्लोगन सड़कों के किनारे लिखे मिले थे।

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