हिमाचल सरकार सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण के लिए प्रयासरतः सरवीण चौधरी

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने कहा कि प्रदेश की संस्कृति, साहित्य तथा भाषाओं के विकास पर हिमाचल सरकार ने विशेष बल दिया है। 
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प्रदेश की संस्कृति, साहित्य तथा भाषाओं के विकास पर हिमाचल सरकार ने विशेष बल दिया है। प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण व सृजनात्मक गतिविधियों को प्रोत्साहन के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। यह बात सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री, सरवीण चौधरी ने बुधवार को कहे। वह रक्कड़ का बाग में छिंज मेले के समापन अवसर पर बोल रहीं थीं। उन्होंने कहा कि मेले व त्योहार सामाजिक सौहार्द और भाईचारा मजबूत करते हैं। मेले आपसी भाईचारे की भावना को बढ़ाने में मदद करते हैं, जहां सभी लोग मतभेद भुलाकर मेलों में भाग लेते हैं। मेले पुरानी रीति-रिवाजों और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देते हैं।

धर्मशाला। प्रदेश की संस्कृति, साहित्य तथा भाषाओं के विकास पर हिमाचल सरकार ने विशेष बल दिया है। प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण व सृजनात्मक गतिविधियों को प्रोत्साहन के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। यह बात सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री, सरवीण चौधरी ने बुधवार को कहे। वह रक्कड़ का बाग में छिंज मेले के समापन अवसर पर बोल रहीं थीं। उन्होंने कहा कि मेले व त्योहार सामाजिक सौहार्द और भाईचारा मजबूत करते हैं। मेले आपसी भाईचारे की भावना को बढ़ाने में मदद करते हैं, जहां सभी लोग मतभेद भुलाकर मेलों में भाग लेते हैं। मेले पुरानी रीति-रिवाजों और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देते हैं।

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मंत्री ने कहा कि मेले और त्योहार हमें अपने पूर्वजों से विरासत में मिले हैं, जिनका आयोजन पीढ़ी दर पीढ़ी चलता रहता है हमें अपनी इन मूल्यवान विरासतों को संजोए रखना जरूरी है। उन्होंने मेला कमेटी को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सदस्यों की कड़ी मेहनत और स्थानीय लोगों के सहयोग से इन मेलों का सफलतापूर्वक आयोजन सुनिश्चित हुआ है। उन्होंने कहा कि शाहपुर विधानसभा क्षेत्र को एक आदर्श विधानसभा क्षेत्र के रूप में विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, शिक्षा तथा स्वास्थ्य की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कारगर कदम उठाए गए हैं।

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प्रदेश की संस्कृति, साहित्य तथा भाषाओं के विकास पर हिमाचल सरकार ने विशेष बल दिया है। प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण व सृजनात्मक गतिविधियों को प्रोत्साहन के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। यह बात सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री, सरवीण चौधरी ने बुधवार को कहे। वह रक्कड़ का बाग में छिंज मेले के समापन अवसर पर बोल रहीं थीं। उन्होंने कहा कि मेले व त्योहार सामाजिक सौहार्द और भाईचारा मजबूत करते हैं। मेले आपसी भाईचारे की भावना को बढ़ाने में मदद करते हैं, जहां सभी लोग मतभेद भुलाकर मेलों में भाग लेते हैं। मेले पुरानी रीति-रिवाजों और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देते हैं।

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सरवीन चौधरी ने कहा कि मेलों में खेल प्रतियोगिताओं एवं कुश्तियों के आयोजन से लोगों का मनोरंजन होता है और साथ ही अपनी प्रतिभा दिखाने एवं उभारने के लिए मंच भी मिलता है। इससे पहले मेला कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। सरवीन ने मेला कमेटी को 31 हजार रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने इस दौरान विजेताओं को सम्मानित भी किया। चौधरी ने रक्कड़ का बाग में लोगों की समस्याओं को सुना अधिकतर का मौके पर ही निपटारा कर दिया और शेष समस्याओं के समाधान के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए।

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