कांगड़ा में पैराग्लाइडिंग पर रोक: कांग्रेस बोली-हादसे के कारण-हल ढूंढे जाएं, उड्डानों पर रोक सही नहीं

ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बैजनाथ के महासचिव त्रिलोक सूर्यवंशी ने कहा कि कोई बस हादसा हो तो अन्य बसें बंद नहीं की जातीं, बल्कि हादसे का कारणों की जांच की जाती है। 

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पैराग्लाइडिंग पर रोक के कारण बैजनाथ के बीड़-बिलिंग में पर्यटकों की आमद कम हो गई है। इस कारण जहां स्थानीय लोगों का रोजगार प्रभावित हुआ है, वहीं साहसिक खेलों में रूची रखने वाले पर्यटक भी मायूस हो रहे हैं। यह बात ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बैजनाथ के महासचिव त्रिलोक सूर्यवंशी ने कही। उन्होंने कहा कि अगर कोई बस हादसा होता है तो वहां अन्य बसों की आवाजाही को बंद नहीं किया जाता है, बल्कि हादसे का कारणों की जांच की जाती है। उन्होंने कहा कि बीड़-बिलिंग में हुए हादसे की जांच होनी चाहिए, मगर पैराग्लाइडिंग पर रोक नहीं लगाई जानी चाहिए।

बैजनाथ। पैराग्लाइडिंग पर रोक के कारण बैजनाथ के बीड़-बिलिंग में पर्यटकों की आमद कम हो गई है। इस कारण जहां स्थानीय लोगों का रोजगार प्रभावित हुआ है, वहीं साहसिक खेलों में रूची रखने वाले पर्यटक भी मायूस हो रहे हैं। यह बात ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बैजनाथ के महासचिव त्रिलोक सूर्यवंशी ने कही। उन्होंने कहा कि अगर कोई बस हादसा होता है तो वहां अन्य बसों की आवाजाही को बंद नहीं किया जाता है, बल्कि हादसे का कारणों की जांच की जाती है। उन्होंने कहा कि बीड़-बिलिंग में हुए हादसे की जांच होनी चाहिए, मगर पैराग्लाइडिंग पर रोक नहीं लगाई जानी चाहिए।


त्रिलोक सूर्यवंशी ने कहा कि आजकल साहसिक खेलों और पैराग्लाइडिंग का सीजन पीक पर है। और इस सीजन में प्रतिदिन हजारों पर्यटक पैरागलाईडिंग का आनंद लेने के लिए यहां आते हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में पैराग्लाइडिंग के दौरान दो दुर्घटनाएं हुईं हैं, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई। इसके बाद प्रशासन ने पैराग्लाइडिंग उड्डानों पर आगामी आदेशों तक रोक लगा दी है। उन्होंने कहा कि इस रोक के कारण पैराग्लाइडिं से जुड़े हजारों लोगों की आजीविका प्रभावित हो गई हैं। उन्होंने कहा कि तत्काल प्रभाव से पैराग्लाइडिंग उड़ानों को बहाल किया जाना चाहिए।


ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बैजनाथ के महासचिव त्रिलोक सूर्यवंशी ने प्रशासन से पैराग्लाइडिंग उड्डानों को जल्द से जल्द पुनः शुरू करने की मांग की है। त्रिलोक सूर्यवंशी ने कहा कि बीड़-बिलिंग में पैराग्लाइडिंग के लगभग साढ़े तीन सौ पायलट इस साहसिक खेल से जुड़े हुए हैं। बीड़ व आसपास के क्षेत्रों में लगभग इकहत्तर होम स्टे, साठ होटल, तीन रेस्तरां तथा सैंकड़ों गाड़ियों के मालिक व चालक इस व्यावसाय से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं और पैरागलाईडिंग के माध्यम से अपनी रोजीरोटी कमा रहे हैं। 

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