प्लास्टिक सामग्री पर प्रतिबंध, बिना अनुमति नहीं होंगी चुनावी रैली और सभाएं

स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव करवाने के लिए निर्वाचन आयोग ने सी-विजिल मोबाइल ऐप लांच किया है। इसके जरिये आम लोग आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट कर सकेंगे।

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धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश में हो रहे उपचुनाव के दौरान बिना पूर्व अनुमति के चुनावी रैलियां और सभाएं नहीं हो सकेंगी। इसके साथ ही चुनाव प्रचार के प्लास्टिक सामग्री का भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। इस संबंध में सरकार की ओर से आदेश जारी कर दिए गए है। आदेशों के मुताबिक बिना अनुमति चुनावी रैलियां और सभाएं कानून का उल्लंघन मानी जाएंगी। इसके साथ ही प्लास्टिक वाली चुनाव प्रचार सामग्री पर भी प्रतिबंध रहेगा। स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव करवाने के लिए निर्वाचन आयोग ने सी-विजिल मोबाइल ऐप लांच किया है। इसके जरिये आम लोग आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट कर सकेंगे।

सी-विजिल मोबाइल ऐप से मिलने वाली शिकायतों का सौ मिनट में निवारण किया जाएगा। इसके साथ ही चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की जिला कंट्रोल रूम में भी शिकायत की जा सकती है। यह जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी, एवं उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने दी। वह सोमवार को उपायुक्त कार्यालय परिसर के सभागार में सभी विभागों के विभागाध्यक्षों के साथ आदर्श आचार संहिता की अनुपालना को लेकर आयोजित आवश्यक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार नए विकास कार्यों की घोषणा तथा शिलान्यास पर पूर्णतय रोक रहेगी। हालांकि जबकि निर्वाचन की घोषणा होने से पहले के कार्य चलते रहेंगे।

उपायुक्त ने कहा कि राहत एवं पुनर्वास संबंधी कार्यों को नियमों के तहत जारी रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक सभाओं के लिए स्थान, समय सहित पूर्व अनुमति लेना जरूरी होगा। इसके साथ ही सार्वजनिक स्थल और मैदान में सभाओं के लिए सभी दलों या प्रत्याशियों को समान रूप से उपलब्ध करवाए जाएंगे। मंदिर, चर्च, मस्जिद इत्यादि धार्मिक स्थलों को चुनाव प्रचार के लिए उपयोग नहीं किया जा सकेगा। इसके साथ ही प्रचार सामग्री इको फ्रेंडली होनी चाहिए। प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक रहेगी। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों तथा कर्मचारियों को भी आदर्श आचार संहिता का पूर्णतयः पालना सुनिश्चित करना चाहिए।

डॉ. जिंदल ने कहा कि स्थानंतरण (ट्रांसफर) या ज्वाइनिंग तथा अन्य मामलों को अपने-अपने विभागाध्यक्षों के माध्यम से चुनाव आयोग के समक्ष प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग को जिला भर में शराब इत्यादि की बिक्री तथा अवैध तौर पर शराब जब्त करने की प्रतिदिन रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही नाकों पर सुचारू चेकिंग भी करने के लिए कहा गया है। इस अवसर पर तहसीलदार निर्वाचन विभाग उपेंद्र शुक्ला सहित विभिन्न अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे। 

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