पर्यटन सीजन की शुरुआत में जाम, चंडीगढ़-मनाली NH पर वाहनों की लंबी कतार

पर्यटन सीजन की शुरुआत होते ही, राज्य की लाइफलाइन माने जाने वाले चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे (NH) पर भारी यातायात जाम की गंभीर स्थिति पैदा हो गई है। शुक्रवार देर रात से ही कुल्लू और मनाली की ओर जाने वाले वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं।
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हिमाचल प्रदेश में पर्यटन सीजन की शुरुआत होते ही, राज्य की लाइफलाइन माने जाने वाले चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे (NH) पर भारी यातायात जाम की गंभीर स्थिति पैदा हो गई है। शुक्रवार देर रात से ही कुल्लू और मनाली की ओर जाने वाले वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं, जिससे पर्यटकों को घंटों तक मार्ग पर फंसे रहना पड़ा।  यह जाम मुख्य रूप से बिलासपुर और मंडी जिलों के पास गंभीर रूप से देखा गया, जहां फोर-लेन निर्माण कार्य और संकरे पुलों के कारण वाहनों की आवाजाही धीमी हो जाती है।

कुल्लू। हिमाचल प्रदेश में पर्यटन सीजन की शुरुआत होते ही, राज्य की लाइफलाइन माने जाने वाले चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे (NH) पर भारी यातायात जाम की गंभीर स्थिति पैदा हो गई है। शुक्रवार देर रात से ही कुल्लू और मनाली की ओर जाने वाले वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं, जिससे पर्यटकों को घंटों तक मार्ग पर फंसे रहना पड़ा।

यह जाम मुख्य रूप से बिलासपुर और मंडी जिलों के पास गंभीर रूप से देखा गया, जहां फोर-लेन निर्माण कार्य और संकरे पुलों के कारण वाहनों की आवाजाही धीमी हो जाती है। पर्यटन सीजन की अचानक और अप्रत्याशित शुरुआत, विशेषकर पहली बर्फबारी की आशंका के कारण पर्यटकों की संख्या में आई भारी वृद्धि, इस जाम का मुख्य कारण है।

शुक्रवार को हुई वीकेंड ट्रैफिक और अब बर्फबारी की तैयारी के लिए उमड़े पर्यटकों की भीड़ ने समस्या को और बढ़ा दिया है। जाम की वजह से न केवल पर्यटकों की यात्रा का समय बढ़ गया है, बल्कि स्थानीय लोगों और आवश्यक सेवाओं के वाहनों की आवाजाही भी बुरी तरह प्रभावित हुई है।

समस्या से निपटने के लिए, स्थानीय पुलिस ने यातायात को सुगम बनाने के लिए अतिरिक्त टीमें तैनात की हैं। ये टीमें जाम वाले क्षेत्रों में वाहनों की वन-वे मूवमेंट (एक तरफा यातायात) और व्यवस्थित निकासी सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही हैं। हालांकि, पर्यटकों की अप्रत्याशित संख्या और खराब सड़क बुनियादी ढांचे के कारण जाम खुलवाने में काफी समय लग रहा है।

इस स्थिति से निपटने के लिए पुलिस महानिदेशक ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे पर्यटक सीजन के दौरान ट्रैफिक प्रबंधन के लिए एक विशेष कार्ययोजना तैयार करें। स्थानीय लोगों ने लगातार बिगड़ती यातायात व्यवस्था पर गहरा असंतोष व्यक्त किया है। उन्होंने प्रशासन से पर्यटन सीजन के दौरान यातायात के दबाव को कम करने के लिए वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था करने और फोर-लेन कार्य को गति देने की मांग की है।

उनका तर्क है कि यदि समय रहते स्थायी समाधान नहीं निकाला गया, तो यह जाम राज्य की छवि पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा और पर्यटन उद्योग को दीर्घकाल में नुकसान पहुंचाएगा। सरकार को अब पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ सड़क बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण पर भी तत्काल ध्यान केंद्रित करना होगा ताकि पर्यटकों को सुगम और सुखद यात्रा अनुभव मिल सके।

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