पंचतत्व में विलीन हुए दिग्गज कांग्रेस नेता GS Bali, हजारों लोगों ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई

दिवंगत बाली (GS Bali) का अंतिम संस्कार चामुंडा शक्तिपीठ (Chamunda Shaktipeeth) स्थित नंदिकेश्वर धाम (Nandikeshwar Dham) के श्मशानघाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया।
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दिवंगत बाली (GS Bali)  का अंतिम संस्कार चामुंडा शक्तिपीठ स्थित नंदिकेश्वर धाम के श्मशानघाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया।

चामुंडा (धर्मशाला)। पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे गुरमुख सिंह बाली (GS Bali) रविवार दोपहर बाद पंचतत्व में विलीन हो गए। दिवंगत बाली का अंतिम संस्कार चामुंडा शक्तिपीठ (Chamunda Shaktipeeth) स्थित नंदिकेश्वर धाम (Nandikeshwar Dham) के श्मशानघाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनकी अंतिम यात्रा में बड़ा जनसैलाब उमड़ा। अपने नेता के अंतिम दर्शन के लिए उमड़े कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित आम लोगों ने उन्हें श्रद्धाजंलि दी। 


इससे पूर्व रविवार सुबह करीब 11 बजे जीएस बाली के पार्थिव शरीर को कांगड़ा स्थित घर ‘मजदूर कुटिया’ से वाहन द्वारा उनके चुनाव क्षेत्र नगरोटा बगवां लाया गया। नगरोटा में ओबीसी भवन में उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। इस दौरान कांगड़ा से नगरोटा बगवां तक बड़ी संख्या में लोगों ने जगह-जगह उनके अंतिम दर्शन किए। बाद में करीब तीन बजे तक बड़ी संख्या में लोगों ने अपने नेता को ओबीसी भवन पंहुचकर श्रद्धाजंलि दी। 

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इसके बाद उनकी शव यात्रा अंतिम सफर पर चामुंडा शक्तिपीठ स्थित नंदिकेश्वर धाम के शमशानघाट के लिए निकली। वहां राजकीय सम्मान के साथ जीएस बाली का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान भी बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी रही। उधर, हजारों लोगों की अश्रुपूर्ण विदाई के साथ जीएस बाली अंतिम सफर को रवाना हो गए। रविवार सुबह करीब 11 बजे उनकी अंतिम यात्रा मजदूर कुटिया से निकली, वहां सैकड़ों लोगों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

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गौरतलब है कि प्रदेश की राजनीति में अहम स्थान रखने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे जीएस बाली ने पहली बार नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र से 1998 में चुनाव लड़ा था विधायक बने थे। इसके बाद वह लगातार नगरोटा बगवां से चार बार विधानसभा का चुनाव भी जीते। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में जीएस बाली दो बार मंत्री भी रहे। वर्ष 2017 के विधानसभा के चुनाव में उन्हें हार का सामना भी करना पड़ा था। शनिवार देररात को दिल्ली एम्स में जीएस बाली का निधन हुआ था।

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