भारी बारिश से JSV को 196 करोड़ का नुकसान, अधिकारियों-कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द

हिमाचल प्रदेश में जल शक्ति विभाग को भारी बारिश के कारण करोड़ की चपत लगी है। इसके साथ ही कई पेयजल योजनाएं अभी प्रभावित चल रही हैं। इस कारण लोगों को पेयजल के लिए दरदर भटकना पड़ रहा है।  
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उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज जानकारी दी कि प्रदेश में हो रही भारी बरसात से जल शक्ति विभाग (Jal Shakti Vibhag Himachal Pradesh) को अब तक 196 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। बीते दिन बादल फटने और भारी बारिश से विभाग को 44 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और 352 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं।  उन्होंने कहा कि कुल्लू और शिमला जिलों में विभाग की जलापूर्ति योजनाओं को सबसे ज्यादा क्षति हुई है। शिमला के मतियाना क्षेत्र की कुर्पन योजना के पंप हाउस, मशीनरी और पाइपों के बह जाने से विभाग को करीब 10 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। रामपुर पेयजल योजना का स्रोत एवं पाइप फटने से विभाग को करीब आठ करोड़ रुपये की क्षति हुई है।Mukesh Agnihotri, heavy rain, water supply, Kullu, Shimla, damage, restoration, government efforts, officers, leave cancelled, public service.

शिमला। हिमाचल प्रदेश में जल शक्ति विभाग को भारी बारिश के कारण करोड़ की चपत लगी है। इसके साथ ही कई पेयजल योजनाएं अभी प्रभावित चल रही हैं। इस कारण लोगों को पेयजल के लिए दरदर भटकना पड़ रहा है। इससे लोगों के रोजाना के कामकाज भी प्रभावित हो रहे हैं। विभागीय कर्चमारी पेयजल आपूर्ति को बहाल करने में जुटे हैं।

उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज जानकारी दी कि प्रदेश में हो रही भारी बरसात से जल शक्ति विभाग (Jal Shakti Vibhag Himachal Pradesh) को अब तक 196 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। बीते दिन बादल फटने और भारी बारिश से विभाग को 44 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और 352 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं।

उन्होंने कहा कि कुल्लू और शिमला जिलों में विभाग की जलापूर्ति योजनाओं को सबसे ज्यादा क्षति हुई है। शिमला के मतियाना क्षेत्र की कुर्पन योजना के पंप हाउस, मशीनरी और पाइपों के बह जाने से विभाग को करीब 10 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। रामपुर पेयजल योजना का स्रोत एवं पाइप फटने से विभाग को करीब आठ करोड़ रुपये की क्षति हुई है।

उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को पूरी तरह मुस्तैद रहने के आदेश जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ योजनाओं को एहतियात बरतते हुए हालात के मद्देनजर बंद किया जा रहा है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि पेयजल योजनाओं में गाद न भरे और लोगों को पेयजल आपूर्ति निर्बाध जारी रहे, पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि आगामी आदेशों तक अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। कुल प्रभावित 2,421 योजनाओं में से 1,438 योजनाएं बहाल की जा चुकी हैं। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के लोगों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और जल आपूर्ति की बहाली के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।

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