हमीरपुर की 30 पंचायतों पर आग का ज्यादा खतरा
हमीरपुर । फायर सीजन में साल दर साल बढ़ रहा नुकसान का आंकड़ा कम करने के लिए इस बार वन विभाग ने मास्टर प्लान तैयार किया है। इस प्लान को बहुत जल्द एग्जीक्यूट कर दिया जाएगा। कुछ वर्षों के जुटाए आंकड़ों में सामने आया है हमीरपुर जिला की 248 पंचायतों में से 30 पंचायतों में आगजनी की सबसे अधिक घटनाएं फायर सीजन के दौरान होती हैं। इन पंचायतों के अधिकार में काफी अधिक वन क्षेत्र आता है। ऐसे में इन पंचायतों में आगजनी की अधिक घटनाएं सामने आती हैं।
आगजनी संभावित पंचायतों का रिकार्ड वन विभाग ने अपने पास रख लिया है। अब इन पंचायतों पर फोक्स करने की तैयारी शुरू हो गई है। जिन 30 पंचायतों में फायर सीजन में आगजनी की सबसे अधिक घटनाएं साल दर साल पेश आ रही है वहां पर जल स्रोतों को सुदृढ़ किया जाएगा। मौजूदा जल स्रोतों को सुदृढ़ कर इनका उपयोग आगजनी जैसी घटना से निपटने के लिए किया जाएगा। पहली बार वन विभाग ने एक स्टीक आंकड़ा आगजनी संभावित पंचायतों का बनाया है। इन पंचायतों में अब जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
मॉक ड्रिल आयोजित कर लोगों को आगजनी की घटनाओं की रोकथाम के प्रति जागरूक किया जाएगा। होमगार्ड विभाग के सहयोग से वन विभाग काम करने जा रहा है। जिला की 30 पंचायतें ऐसी पाई गई हैं जिनके अधिकार क्षेत्र के जगलों में हर वर्ष भयंकर आग लगती है। करोड़ों की वन संपदा हर साल राख हो रही है। वन संपदा को आग से बचाने के लिए अब चयनित की गई 30 पंचायतों में जाकर जागरूकता कार्यक्रम होंगे।
मीरपुर में हर वन बीट में तैनात होंगे फायर वॉचर
फायर सीजन में जंगलों को आग से बचाने के लिए हर वीट में फायर वॉचर तैनात किए जाएंगे। मार्च महीने के अंत तक फायर वाचर की तैनात वन वीट में कर दी जाएगी। हमीरपुर जिला में 70 वन बीट है तथा हरेक बीट में एक फायर वॉचर तैनात किया जाएगा। जब तक फायर सीजन चलेगा इनकी सेवाएं ली जाएंगी।
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