Jalsu Pass: जालसू दर्रा में भारी बर्फबारी और ओलावृष्टि से 85 बकरियों की मौत

जिला चम्बा के जनजातीय क्षेत्र भरमौर की होली तहसील को जिला कांगड़ा से जोड़ने वाले जालसू दर्रा में भारी बर्फबारी और ओलावृष्टि से करीब 85 बकरियों की मौत हो गई है।
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जिला चम्बा के जनजातीय क्षेत्र भरमौर की होली तहसील को जिला कांगड़ा से जोड़ने वाले जालसू दर्रा में भारी बर्फबारी और ओलावृष्टि से करीब 85 बकरियों की मौत हो गई है। घटना 21 अप्रैल की बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि गद्दी समुदाय के बकरी पालक अपनी बकरियों को लेकर कांगड़ा से होली की ओर आ रहे थे। इस दौरान खराब हुए मौसम ने बकरी पालकों पर कहर बरपाया है।

भरमौर। जिला चम्बा के जनजातीय क्षेत्र भरमौर की होली तहसील को जिला कांगड़ा से जोड़ने वाले जालसू दर्रा में भारी बर्फबारी और ओलावृष्टि से करीब 85 बकरियों की मौत हो गई है। घटना 21 अप्रैल की बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि गद्दी समुदाय के बकरी पालक अपनी बकरियों को लेकर कांगड़ा से होली की ओर आ रहे थे। इस दौरान खराब हुए मौसम ने बकरी पालकों पर कहर बरपाया है।

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जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सांह के गांव बनोग के रहने वाले को राकेश कुमार और चैंका राम 21 अप्रैल को अपनी भेड़ बकरियों को लेकर होली की ओर आ रहे थे। इस दौरान जालसू जोत पर अचानक मौसम ने करवट बदली और वहां बर्फबारी और ओलावृष्टि शुरू हो गई। भारी बर्फबारी और ओलावृष्टि की वजह से 83 बकरियों की मौत हो गई है। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार करीब 32 बकरियों को मृत हालत में बरामद किया गया है, जबकि अन्य लापता है।

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घटना में मारी गई बकरियों में 19 राकेश कुमार की और 13 चैंका राम की हैं। राकेश कुमार की 28 बकरियां और चैंका राम की 23 बकरियां अभी लापता है। मौका पर विभागयी कर्मचारियों का कहना है कि जिस स्थान पर बकरियां के मिलने के आशंका है अधिक बर्फ की वजह से वहां पहुंचना अभी मुश्किल है। बर्फ पिघलने पर ही उस जगह पर पहुंचा जा सकेगा। बहरहाल राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने अपनी रिपोर्ट आला अधिकारियों को सौंप दी है।

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