हिमाचल में शास्त्री के 494 पदों के लिए बैचवाइज भर्ती पर रोक, जानें वजह

हिमाचल प्रदेश के शिक्षा निदेशालय ने 26 सितंबर को उपनिदेशकों को जारी पत्र में जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कई जिलों में बैचवाइज भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
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हिमाचल प्रदेश के शिक्षा निदेशालय ने 26 सितंबर को उपनिदेशकों को जारी पत्र में जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कई जिलों में बैचवाइज भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

शिमला। हिमाचल प्रदेश की सरकारी स्कूलों में प्रारंभिक शिक्षा विभाग द्वारा 494 शास्त्री की बैच वाइज पदों पर होने वाली भर्तियों पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। प्रारंभिक शिक्षा विभाग की ओर से गुरुवार से इस बारे में अधिसूचना जारी की गई है। भर्तियों को रोकने का कारण फिलहाल प्रशासनिक बताया गया है और आगामी आदेश अलग से जारी किए जाएंगे।


गौरतलब है कि इससे पहले प्रदेश के स्कूलों में शास्त्री पद के लिए बैचवाइज भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई थी। शिक्षा निदेशालय ने 26 सितंबर को उपनिदेशकों को जारी पत्र में जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद कई जिलों में बैचवाइज भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिला कांगड़ा में 52 पदों पर बैचवाइज भर्ती के आदेश जारी हो गए थे।

नौ जिलों में 494 पदों पर होनी है शास्त्री भर्ती 

प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने नौ जिलों के लिए आवंटित पदों को ब्यौरा जारी किया था। नौ जिलों में कुल 494 पदों पर शास्त्री भर्ती होनी है। इसमें से 50 प्रतिशत पद बैचवाइज आधार पर भरे जाने हैं। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बैचवाइज भर्ती प्रक्रिया पूरा करने के लिए दो माह का टारगेट दिया है। अभी नौ जिलों को ही 494 पद आवंटित किए गए हैं, तीन जिलों बिलासपुर, चंबा और लाहौल स्पीति को पद आवंटित नहीं किए गए हैं।


शास्त्री के 50 प्रतिशत लोक सेवा आयोग के माध्यम से सीधी भर्ती से भरे जाने हैं। सीधी भर्ती के लिए आयोग को आवेदन भेजा जाएगा। शिक्षा सचिव द्वारा 19 सितंबर को 5291 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए निदेशालय को आदेश किए गए थे। शास्त्री के 494 पद हैं। शास्त्री के 494 पदों पर भर्ती एनसीटीई के नियमों के तहत ही होनी है। भर्ती नियमों में संशोधन की प्रक्रिया काफी लंबी है। इसमें काफी वक्त लग जाता है, लेकिन इस पर रोक लगा दी गई है।

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