1947 में मिली आजादी भीख थी, कंगना के बयान पर बवाल
वेब टीम। बॉलीबुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि भारत को असली आजादी 2014 में मिली, जब नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई, वहीं 1947 में देश को जो स्वतंत्रता मिली थी वह भीख में मिली थी। पहले भी विवादास्पद बयान देती रहीं कंगना (Kangana Ranaut) अपने नये बयान से एक बार फिर विवाद में पड़ गई हैं और भाजपा सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) समेत कई नेताओं, सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं एवं अन्य लोगों ने बुधवार शाम को एक कार्यक्रम में दिए गए अभिनेत्री के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने अपने ट्विटर हैंडल पर रनौत के बयान वाला वीडियो क्लिप भी साझा किया। 24 सेकेंड के इस क्लिप में रनौत को कहते सुना जा सकता है, '1947 में आजादी नहीं, बल्कि भीख मिली थी और जो आजादी मिली है वह 2014 में मिली।' वह एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में बोल रही थीं। इसमें उनकी बात पर कुछ श्रोताओं को ताली बजाते भी सुना जा सकता है। वरुण ने कहा, ‘यह राष्ट्र-विरोधी कृत्य है और इसे यही कहा जाना चाहिए। इसे ऐसा नहीं कहना उन लोगों के साथ विश्वासघात होगा जिन्होंने अपना खून बहाया और आज हम एक देश के रूप में तनकर और आजाद खड़े हो सकते हैं।’
कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 11, 2021
इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? pic.twitter.com/Gxb3xXMi2Z
कंगना रणौत के खिलाफ FIR की मांग
अभिनेत्री कंगना रणौत द्वारा सोशल मीडिया पर 1947 में मिली आजादी को लेकर की गई विवादित टिप्पणी के मामले ने तूल पकड़ लिया है। सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो को आधार बनाकर आल इंडिया महिला कांग्रेस की समन्वयक विद्या नेगी ने पुलिस को शिकायत पत्र लिखकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। विद्या नेगी ने कहा कि वायरल वीडियो में कंगना रनौत साफ बोलती हुई सुनाई दे रही है कि 1947 में मिली आजादी भीख में मिली थी। विद्या ने पुलिस को लिखी शिकायत में कहा है कि 1947 की आजादी को लेकर इस तरह का बयान देकर कंगना ने देश के स्वतंत्रता सैनानियों के तप, उनके बलिदानों और शहीदों की शहादत के साथ ही देश के संविधान का जानबूझकर किसी मंशा के तहत अपमान किया है। उधर, इस संदर्भ में एसपी कुल्लू गुरदेव का कहना है कि इस तरह की शिकायत मिली है। मामला पुलिस थाना मनाली को स्थानांतरित किया गया है। मनाली पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
फेसबुक पर हमसे जुड़ने के लिए यहांक्लिक करें। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट पाने के लिए हमेंगूगल न्यूज पर फॉलो करें।