Forced Conversion: केंद्र सरकार से 'सुप्रीम' सवाल, जबरन धर्म परिवर्तन रोकने के लिए क्या कर रहे हैं?

देश में जबरन धर्मांतरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बेहद सख्त टिप्पणी की है। शीर्ष कोर्ट ने कहा है कि जबरन धर्मांतरण बहुत ही गंभीर मुद्दा है। यह देश की सुरक्षा और धर्म की स्वतंत्रता को भी प्रभावित करता है।
 | 
SUPREME COURT ने नए कृषि कानूनों के अमल पर लगाई रोक

वेब टीम। देश में जबरन धर्मांतरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने बेहद सख्त टिप्पणी की है। इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने केंद्र (Central Government) से पूछा है कि जबरन धर्मांतरण (Forced Conversion) रोकने के लिए सरकार क्या कर रही है। शीर्ष कोर्ट ने कहा है कि जबरन धर्मांतरण बहुत ही गंभीर मुद्दा है। यह देश की सुरक्षा और धर्म की स्वतंत्रता को भी प्रभावित करता है।  

यह भी पढ़ेंः-Himachal Election : निर्दलीय बनेंगे किंगमेकर ? दोहराया जाएगा 24 साल पुराना इतिहास !


आपको बता दें कि अवैध धर्मांतरण पर कानून की मांग को लेकर 22 नवंबर तक जवाब मांगा है। मामले में अगली सुनवाई की तारीख 28 नवंबर तय हुई है। सुनवाई के दौरान टिप्पणी करते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने आदिवासी क्षेत्रों में होने वाले धर्म परिवर्तन की बात कही। साथ ही सरकार से पूछा कि वह इस तरह के मामलों में क्या कर रही है।

यह भी पढ़ेंः-मतदान के बाद प्रत्‍याशियों ने मोबाइल फोन से बनाई दूरी, घर पर ही किया आराम 

सॉलिसिटर जनरल ने यह भी कहा कि राज्यों के पास इस मामले में कानून हो सकते हैं। लेकिन हम जानना चाहते हैं कि केंद्र (Central Government) इस मामले में क्या कर रहा है। 

यह भी पढ़ेंः-सोशल मीडिया पर जश्न मनाने वालों से फिल्म निर्माता आहत, छोड़ा मुस्लिम धर्म


लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है

गौरतलब है कि देश में जबरन धर्म परिवर्तन के कई मामले सामने आ चुके हैं। वहीं अलग-अलग संगठनों का दावा है कि देश में लोगों डराने-धमकाने के साथ पैसों का लालच देकर भी लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। इस संबंध में एक याचिका भी दायर की गई थी, जिसमें कहा गया था कि जबरन धर्म परिवर्तन भारत के संविधान का उल्लंघन है। इसी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है।

फेसबुक पर हमसे जुड़ने के लिए यहांक्लिक  करें। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट पाने के लिए हमेंगूगल न्यूज पर फॉलो करें।