बड़ी खबरः धर्मशाला, मनाली, शिमला और कसौली में सीबीआई रेड, जाने वजह

सीबीआई ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी (child pornography) के मामलों में धर्मशाला सहित हिमाचल प्रदेश में चार स्थानों पर छापेमारी कर रही है। धर्मशाला के अलावा शिमला, कसौली और मनाली में सीबीआई की टीमों ने छानबीन की है।
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सीबीआई ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी (child pornography) के मामलों में धर्मशाला सहित हिमाचल प्रदेश में चार स्थानों पर छापेमारी कर रही है। धर्मशाला के अलावा शिमला, कसौली और मनाली में सीबीआई की टीमों ने छानबीन की है।

धर्मशाला। सीबीआई ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी (child pornography) के मामलों में धर्मशाला सहित हिमाचल प्रदेश में चार स्थानों पर छापेमारी कर रही है। धर्मशाला के अलावा शिमला, कसौली और मनाली में सीबीआई की टीमों ने छानबीन की है। सीबीआई की टीम में 15-15 अधिकारी शामिल हैं। हिमाचल में चाइल्ड पोर्नोग्राफी (child pornography) होने से देवभूमि शर्मसार हुई है। सीबीआई की टीमें सुबह से ही इस कार्य में लगी हुई हैं और कई  बिंदुओं पर जांच चल रही है। 14 नवम्बर को बाल दिवस के मौके पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी (child pornography) से संबंधित एक मामला दर्ज हुआ था।

सीबीआई ऐसे कई वीडियो देखकर लोकेशन पता लगाते हुए इस नतीजे पर पहुंची कि इनमें कई वीडियो हिल स्टेशनों (Hill Stations) पर फिल्माए गए हैं। बच्चों के साथ इस प्रकार के व्यवहार  (child pornography) से मानवता भी शर्मसार हुई है। अब तक हिमाचल प्रदेश में इस प्रकार के 17 मामलों में (child pornography) केस भी दर्ज हुए हैं। शक है कि कोई बड़ा गिरोह इस तरह के कुकृत्य को अंजाम दे रहा है। सीबीआई (CBI) इस पूरे प्रकरण पर गुप्त तरीके से कार्य कर रही है।  



सीबीआई के प्रवक्ता आरसी जोशी ने इस बात की सूचना देते हुए मंगलवार को जारी प्रेस बयान में कहा कि 14 राज्यों में 76 जगहों पर इस प्रकार की छापेमारी की कार्रवाई चल रही है। हिमाचल प्रदेश में भी इस प्रकार की कार्रवाई से लोग सकते में हैं। इस बात को लेकर हैरान भी हैं कि ऐसे गिरोह इस प्रकार चाइल्ड पोर्नोग्राफी (child pornography) के लिए हिमाचल (Hill Station in Himachal) को ठिकाना बना सकते हैं। लोगों ने ऐसे गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।  

सीबीआई के अनुसार एकत्र की गई प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, 50 से अधिक समूह हैं जिनमें 5000 से अधिक अपराधी बाल यौन शोषण सामग्री साझा कर रहे हैं। इनमें से कई समूहों में विदेशी नागरिकों की भी संलिप्तता है। शुरुआत में यह पता चला है कि विभिन्न महाद्वीपों में फैले लगभग 100 देशों के नागरिक शामिल हो सकते हैं। सीबीआई औपचारिक और अनौपचारिक चैनलों के माध्यम से सहयोगी एजेंसियों के साथ समन्वय कर रही है। आगे के सुरागों की तलाश जारी है।

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