HPSSSB भंग, HPSSC ने ली परीक्षा, बिना टेस्ट दिए ही पास हो गया अभ्यर्थी, जानें पूरा मामला

गैर हाजिर अभ्यर्थी को कॉलेज कैडर के असिस्टेंट प्रोफेसर गायन विषय की परीक्षा में पास करने का आरोप है। परीक्षा में जिसे पास किया, उसके आगे और पीछे बैठे अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री सुक्खू से मामले की शिकायत की है।

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हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग (HPSSB) हमीरपुर भंग होने के बाद अब राज्य लोकसेवा आयोग (HPSSC) शिमला की परीक्षा पर भी सवाल उठे हैं। आयोग पर गैर-हाजिर अभ्यर्थी को कॉलेज कैडर की असिस्टेंट प्रोफेसर गायन विषय की परीक्षा में पास करने का आरोप है। परीक्षा में जिसे पास किया, उसके आगे और पीछे बैठे अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री सुक्खू से मामले की शिकायत की है। मुख्यमंत्री ने अभ्यर्थियों को मामले की जांच का आश्वासन दिया है। 

शिमला। हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग (HPSSB) हमीरपुर भंग होने के बाद अब राज्य लोकसेवा आयोग (HPSSC) शिमला की परीक्षा पर भी सवाल उठे हैं। आयोग पर गैर-हाजिर अभ्यर्थी को कॉलेज कैडर की असिस्टेंट प्रोफेसर गायन विषय की परीक्षा में पास करने का आरोप है। परीक्षा में जिसे पास किया, उसके आगे और पीछे बैठे अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री सुक्खू से मामले की शिकायत की है। मुख्यमंत्री ने अभ्यर्थियों को मामले की जांच का आश्वासन दिया है। 

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विस चुनाव को लेकर लगी आचार संहिता के दौरान शिमला के आरकेएमवी में 26 नवंबर 2022 को गायन विषय के असिस्टेंट प्रोफेसर की लिखित परीक्षा हुई थी। शुक्रवार को राज्य सचिवालय पहुंचे बिलासपुर, सोलन के दो अभ्यर्थियों ने परीक्षा केंद्र में सीसीटीवी न होने का भी आरोप लगाकर मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की गुहार लगाई। इस संगीन आरोप से हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग में पेपर लीक मामले के बाद अब लोकसेवा आयोग भी कटघरे में आ गया है।

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अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि दो मार्च को लोकसेवा आयोग की ओर से घोषित किए गए सहायक आचार्य (कॉलेज कैडर) संगीत (गायन) के स्क्रीनिंग टेस्ट में अनियमितताएं बरती गईं। जो अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र में अनुपस्थित था, वह परीक्षा परिणाम में पास घोषित कर दिया है। पास घोषित किए गए उस रोल नंबर के आगे और पीछे बैठे दोनों अभ्यर्थियों ने इस बात की पुष्टि की है।

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निरीक्षक ने खाली सीट पर रखी ओएमआर सीट

अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि निरीक्षक ने अनुपस्थित रोल नंबर के डेस्क पर पहले ओएमआर शीट रखी। 10 मिनट बाद ओएमआर शीट को वहां से उठा लिया। 15 मार्च को लिखित परीक्षा पास करने वालों को साक्षात्कार के लिए भी बुला लिया गया है। आरोप है कि वेबसाइट पर जारी आंसर-की में पांच प्रश्नों के उत्तर गलत होने पर अभ्यर्थियों ने आंसर-की को प्रमाण सहित चुनौती दी थी। आयोग ने रिवाइज आंसर-की निकाले बिना ही परिणाम घोषित कर दिया।
 

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