हिमाचल : सीएम जयराम बोले- कर्मचारियों की भावनाओं को समझते हैं, ओपीएस पर कमेटी समीक्षा कर रही

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन  मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कर्मचारी कार्ड खेला है।  ओपीएस  के मुद्दे पर कर्मचारियों के रोष को भांपते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि आपकी समस्या के समाधान के लिए अगर कोई पहल करेगा तो वह भाजपा ही करेगी।
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शिमला  ।  हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन  मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कर्मचारी कार्ड खेला है।  ओपीएस  के मुद्दे पर कर्मचारियों के रोष को भांपते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि आपकी समस्या के समाधान के लिए अगर कोई पहल करेगा तो वह भाजपा ही करेगी।  मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) पर भाजपा शुरू से ही स्पष्ट रही है। इस बारे में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनी कमेटी समीक्षा कर रही है। कांग्रेस को इस बारे में कोई नैतिक अधिकार नहीं है। मुख्यमंत्री ने शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह बात कही।  

ओपीएस  मामले पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी अपने निशाने पर लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक मंच पर गहलोत प्रधानमंत्री से निवेदन कर चुके हैं कि उन्होंने ओपीएस   की घोषणा तो कर दी है, लेकिन यह उनके आशीर्वाद के बिना संभव नहीं है। पंजाब में भी पूर्व की कांग्रेस सरकार ने ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करने की घोषणा की थी, लेकिन आज वहां न तो कांग्रेस की सरकार है, न ही ओपीएस   लागू किया गया। 

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मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में लोग इस मामले पर कोर्ट जाने की तैयारी में हैं। जब से राजस्थान सरकार ने वहां पर इसकी अधिसूचना जारी की है, तब से  एनपीएस  कर्मचारी, जिन्होंने अपना पैसा निकाल दिया है, उन्हें  ओपीएस  की लिस्ट से डिलीट कर दिया गया। अब वह हाईकोर्ट जाने की तैयारी में हैं।  उन्होंने कहा कि  कर्मचारियों की भावनाओं को वह समझते हैं। उन्हें वह एक ही बात कहेंगे कि वे कांग्रेस से सचेत रहें।  

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कांग्रेस को मांगनी चाहिए लोगों से माफी : 


मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि  ओपीएस  मामले पर कांग्रेस का कोई नैतिक अधिकार नहीं बनता कि वह इसे बहाल करने की बात करे। पूरे देश में सबसे पहले कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने  ओपीएस  पर  एमओयू  साइन किया और एनपीएस को लागू किया। उन्हें कोई अधिकार नहीं बनता कि इस मुद्दे पर वह बात करें। इसके लिए उन्हें लोगों से माफी मांगनी चाहिए। जयराम ने कहा कि अगर कांग्रेस अपनी गलती को सुधारना चाहती थी तो 2012 में जब प्रदेश में उनकी सरकार थी, तब  ओपीएस  को बहाल क्यों नहीं किया गया? आज 20 साल बाद इसे मुद्दा बनाने की कोशिश की जा रही है। इस मुद्दे पर एकदम निष्कर्ष पर पहुंचना उचित नहीं  है । इसका रास्ता क्या हो सकता है, इस पर क्या कांग्रेस ने कोई अध्ययन किया है?   



प्रदेश में भाजपा की सरकार रिपीट करेगी


मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने  इस बार के चुनाव के बारे में वह कहना चाहेंगे कि हिमाचल प्रदेश में सरकार का मतलब पांच साल ही होता था। इस तरह की मान्यता बनी होती थी। जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी। पांच साल बाद रिवाज बदलेगा। जयराम ठाकुर ने कहा कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भी इसी तरह का एक रिवाज बदला गया। वे लोग बारी के  हिसाब से अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे हैं। प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सभी बड़े नेताओं ने हिमाचल प्रदेश में चुनाव में हिस्सा लिया है। जयराम ठाकुर ने कहा कि आज चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है। निश्चित रूप से इन चुनाव में भाजपा रिपीट करने जा रही है। इस संबंध में किए सर्वे गलत नहीं हो सकते हैं।  



पीएम नरेंद्र मोदी के हिमाचल आने के बाद एकदम प्रचार उठा है। यह इनके व्यवहार में ही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो सहयोग दिया गया है, उसे पूरा करना है। एम्स का शिलान्यास हुआ, बहुत बड़ी सौगात हिमाचल को दी गई है। मुख्यमंत्री ने कई अन्य उप्लब्धियों को भी गिनाया। कहा कि जो संकल्प पत्र जारी किया,  उसमें पहली बार महिला सशक्तीकरण की दृष्टि से कदम उठाने की कोशिश 11 प्रतिबद्धताओं के साथ की है। हमने गरीब परिवारों की महिलाओं को तीन सिलिंडर देने का एलान किया है।  शगुन योजना में सहायता राशि 31 हजार से 51 हजार रुपये राशि की है। जो गर्भवती महिलाएं हैं, उन्हें छह हजार देते थे, अब 25 हज़ार रुपये देंगे। 33 प्रतिशत आरक्षण पढ़ाई, ट्रेनिंग और नौकरी में देंगे। महिला सशक्तीकरण के लिए और भी कदम उठाएंगे।

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