सीट मांगी तो HRTC के ड्राइवर-कंडक्टर ने धक्का देकर बस से उतारा दिव्यांग

करसोग से मंडी जा रही बस के ड्राइवर और कंडक्टर पर सीट मांगने पर एक दिव्यांग यात्री को आधे रास्ते में धक्के मार कर बस से उतारने का आरोप लगा है।
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सीट मांग तो HRTC के ड्राइवर-कंडक्टर ने धक्का देकर बस से उतारा दिव्यांग यात्री || करसोग से मंडी जा रही बस के ड्राइवर और कंडक्टर पर सीट मांगने पर एक दिव्यांग यात्री को आधे रास्ते में धक्के मार कर बस से उतारने का आरोप लगा है। मंडी के सखोवा के रहने वाले दिव्यांग खेमचंद अपने भाई से मिलने रामपुर गया था। घर वापस जाने के लिए करसोग बस अड्डे से HRTC की बस (HP 30B 6207) में सवार हुआ था। बस में सवारियां अधिक होने की वजह से खेमचंद को बैठने के लिए सीट नहीं मिली। ऐसे में दिव्यांग बस में खड़ा होकर सफर करने के लिए मजबूर था और उसे सखोवा में अपने घर पहुंचना भी जरूरी था।

मंडी। हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) के ड्राइवर-कंडक्टर एक बार फिर अपने अमावनीय व्यवहार के चलते सुर्खियों में आ गए हैं। अब हिमाचल प्रदेश के करसोग में HRTC की बस में सफर कर रहे दिव्यांग के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। करसोग से मंडी जा रही बस के ड्राइवर और कंडक्टर पर सीट मांगने पर एक दिव्यांग यात्री को आधे रास्ते में धक्के मार कर बस से उतारने का आरोप लगा है।

मंडी के सखोवा के रहने वाले दिव्यांग खेमचंद अपने भाई से मिलने रामपुर गया था। घर वापस जाने के लिए करसोग बस अड्डे से HRTC की बस (HP 30B 6207) में सवार हुआ था। बस में सवारियां अधिक होने की वजह से खेमचंद को बैठने के लिए सीट नहीं मिली। ऐसे में दिव्यांग बस में खड़ा होकर सफर करने के लिए मजबूर था और उसे सखोवा में अपने घर पहुंचना भी जरूरी था।

बताया जा रहा है कि दिव्यांग काफी देर बस में खड़ा होकर सफर करता रहा। इसके बाद सनारली के समीप कंडक्टर से सीट दिलवाने का आग्रह किया, लेकिन कंडक्टर ने सीट देने बजाए दिव्यांग को वर्कशॉप के नजदीक बस से धक्का देकर बाहर निकाल दिया। प्रत्यक्षदर्शी वर्कशॉप के मालिक टेक चंद शर्मा के अनुसार बस से बाहर निकाले जाने पर दिव्यांग काफी घबराया हुआ था और छुपने के लिए जगह की तलाश कर रहा था। 

टेक चंद शर्मा ने जब HRTC के चालक से बात करने का प्रयास किया तो उस पर भी रोब छाड़ दिया और दिव्यांग को रात के समय ठंड के मौसम में आधे रास्ते में छोड़कर बस को दौड़ा दिया। वर्कशॉप मालिक ने सहारा देकर दिव्यांग युवक को दिव्यांग संघ के प्रदेश अध्यक्ष दयवंत कुमार के पास ले गया। जहां दिव्यांग के लिए रात को ठहराने की व्यवस्था की गई।

सितंबर में युवती को छोड़ गए थे चालक-परिचालक

आपको बता दें कि सितंबर माह में भी चंडीगढ़ से हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस में सवार होकर कांगड़ा जा रही युवती को पीरियड आ गए थे। उसके बार-बार आग्रह करने पर भी परिचालक ने बस को नहीं रोका। जब बस नादौन बस अड्डे पर पहुंची थी तो चालक-परिचालक उसे नादौन बस अड्डे पर ही छोड़ कर चले गए थे। इसके बाद इस मामले में परिचालक पर गाज भी गिरी थी।


बस चालक और परिचालक से 3 दिन में मांगा जवाब

क्षेत्रीय प्रबंधक उमेश ठाकुर का कहना है कि दिव्यांग को बस से बाहर निकालने की शिकायत मिली है। इस पर ड्राइवर और कंडक्टर से 3 दिन में जवाब मांगा गया है। अगर दुर्व्यवहार का आरोप सही साबित होता है तो दोनों के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि दिव्यांग को दूसरी बस में घर भेज दिया गया है।

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