धर्मशाला के बाद अब माता बगलामुखी मंदिर के लिए बनेगा रोप-वे, CM ने रखी आधारशिला

हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के धर्मशाला-मैक्लोड़गंज रोपवे जनता को समर्पित कर दिया गया है। इसके साथ ही अब हिमाचल प्रदेश में एक ओर रोपवे बनेगा। यह रोपवे माता बगलामुखी मंदिर के लिए बनेगा
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हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के धर्मशाला-मैक्लोड़गंज रोपवे जनता को समर्पित कर दिया गया है। इसके साथ ही अब हिमाचल प्रदेश में एक ओर रोपवे बनेगा। यह रोपवे माता बगलामुखी मंदिर के लिए बनेगा। माता बगलामुखी मंदिर के लिए बनने वाला रोपवे जिला मंडी में होगा और इसकी लंबाई 80 मीटर होगी। रविवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने माता बगलामुखी मंदिर के रोपवे की आधारशिला रखी। यह हिमाचल का पहला रोपवे होगा, जिसका निर्माण ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने के लिए नाबार्ड के वित्तपोषण से किया जा रहा है।

मंडी। हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के धर्मशाला-मैक्लोड़गंज रोपवे (Ropeway) जनता को समर्पित कर दिया गया है। इसके साथ ही अब हिमाचल प्रदेश में एक ओर रोपवे बनेगा। यह रोपवे माता बगलामुखी मंदिर के लिए बनेगा। माता बगलामुखी मंदिर के लिए बनने वाला रोपवे जिला मंडी में होगा और इसकी लंबाई 80 मीटर होगी। रविवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jai Ram Thakur) ने माता बगलामुखी मंदिर (Mata Baglamuhki Ropeway for Baglamukhi temple ) के रोपवे की आधारशिला रखी। यह हिमाचल का पहला रोपवे होगा, जिसका निर्माण ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने के लिए नाबार्ड के वित्तपोषण (NABARD funding) से किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने कहा कि इस रोपवे एक वर्ष के भीतर तैयार हो जाएगा। इसकी 50 करोड़ रुपये की लागत है। उन्होंने कहा कि इस रोपवे का निर्माण मै. डोपेलमायर इण्डिया प्राईवेट लिमिटेड और बेकम इंफ्रा लिमिटेड ( M/S Doppelmayr India Pvt. Ltd. and BEKAM Infra Ltd.) द्वारा एरियल ट्राम वे-तकनीक और इंजीनियरिंग के सीईएन मानकों और निर्माण आधार पर किया जाएगा। रोपवे के एक हिस्से का निर्माण द्रंग विधानसभा क्षेत्र और दूसरे हिस्से का निर्माण सिराज विधानसभा क्षेत्र में होगा। पीपीपी आधार पर रोपवे परियोजनाओं के लिए केन्द्र व राज्य सरकार में 90:10 के अनुपात की लागत वहन की जाएगी।

सीएम जयराम ने कहा कि राज्य सरकार ने केन्द्र को वित्तपोषण के लिए चार रोपवे भी नेशनल हाइवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड को भेजे हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से चम्बा जिले के भरमौर से भरमाणी माता मन्दिर तक 120 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले रोपवे की डीपीआर तैयार कर ली गई है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा कांगड़ा जिले में 605 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला पालमपुर-थातरी-चौगान, जिला कुल्लू में 200 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला बिजली महादेव और जिला सिरमौर के शिरगुल महादेव मन्दिर से चूड़धार तक रोपवे शामिल हैं।

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