बड़सर में एक School के पूर्व प्रधानाचार्य पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप

शिक्षा का हव बनता जा रहा राजनीतिक अखाड़ा,  पूर्व प्रधानाचार्य (Ex Principal) पर स्कूल के ही एक अध्यापक (Teacher) ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं । उक्त अध्यापक (Teacher) ने स्कूल के लिए खरीदी गई सामग्री में गोलमाल होने की बात कही है। 

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हमीरपुर ।   राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला महारल  के पूर्व प्रधानाचार्य  (Ex Principal) पर स्कूल के ही एक अध्यापक (Teacher) ने भ्रष्टाचार (Corruption) के आरोप लगाए हैं । शुक्रवार को उक्त अध्यापक (Teacher) ने स्कूल के लिए खरीदी गई सामग्री में गोलमाल होने की बात कही है।  हालांकि उक्त अध्यापक (Teacher) द्वारा लगाए  गये आरोपों में कितनी सत्त्यता है, इस बात का पता जांच के बाद ही चल पाएगा। स्कूल प्रबंधन कमेटी ने पूर्व प्रधानाचार्य (Ex Principal)  पर लगाए गए इन आरोपों की जाँच से संबधित प्रस्ताव डालकर प्रदेश सरकार (State Govt) व शिक्षा विभाग (Education Department) को भी भेजा है। अध्यापक द्वारा लगाए गए आरोपों में कितनी सत्त्यता है जांच के बाद ही सामने आयेगा। 


बताते चलें कि राजकीय वरिष्ठ माध्यम स्कूल महारल  को स्वर्ण जयंती उत्कृष्ट श्रेणी का दर्जा मिला है। इसके तहत सरकार द्वारा स्कूल (School)  को 44 लाख के करीब वजट स्वीकृत किया है। इस वजट से स्कूल में खरीदी गई खेल सामग्री से लेकर संस्कृतिक प्रोग्रामों, लैवों से संबधित सामग्री की खरीद पर भ्रष्टाचार (Corruption)  के आरोप लगाये गए हैं। स्कूल में आये दिन घटित हो रही इस तरह की घटना के बाद पूर्व प्रधानाचार्य (Ex Principal) के साथ साथ स्कूल प्रबंधन पर भी लोग दबी जबान में उगलियां उठाने से गुरेज नहीं कर रहे है। स्कूल पर ऊँगली उठाते हुए कुछ एक लोग यहाँ तक कहने से नहीं हिचकिचा रहे है कि स्कूल कुछ एक स्टाफ सदस्यों की बजह से राजनीतिक अड्डा बनता जा रहा है। बहरहाल स्कूल के अध्यापक (Teacher) द्वारा पूर्व प्रधानाचार्य (Ex Principal) पर लगाए गए आरोपों में कितनी सच्चाई है इसका का पता जाँच होने के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।



यह पहला मौक़ा नहीं है कि महारल स्कूल (Maharal School) में इस तरह का वाक्य सामने आया है। इससे पहले भी एक कुर्शी को लेकर स्कूल (School)  में राजनीतिक (Political) रोटियाँ सेकने का काम किया गया और अब शिक्षकों की आपसी रंजिश को अंजाम देने के लिए एक बार फिर शिक्षा हब को राजनीतिक अखाड़ा (Political Arena)  बनाने की कोशिश की जा रही है। स्कूल में आये दिन घट रही घटनाओं से छात्र छात्राओं की पढाई भी बाधित हो रही है।

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उधर, स्कूल के पूर्व प्रधानाचार्य (Ex Principal)  ने कहा कि स्वर्ण जयंती उत्कृष्ट स्कूल घोषित होने के बाद जो राशि स्कूल को मिली है। उसे सरकार द्वारा तय की गई नियमावली के अनुसार खर्च किया गया है। जो भी व्यक्ति खर्च की गई राशि को लेकर आरोप लगा रहा है। उसके द्वारा मुझे वेवजह बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। जिन लोगों ने ये आरोप लगाये है उनका व्यवहार उचित न होने के कारण विभाग को दो बार लिखित शिकायत की गई है। जबकि दो अध्यापको के विरुद्ध डियूटी से अव्सेनेट रहने के चलते विभाग को अनुशासित कार्यवाही के लिए लिखा है। इस वावत ये मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहे है।
उधर स्कूल प्रधानाचार्य कपलेश ने बताया कि  मैंने कुछ दिन पूर्व ही ज्वाईन किया है। इस मामले की मुझे आज ही जानकारी मिली है। इस बारे में कुछ नहीं कह सकता हूँ।

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