चम्बा में गरजीं ट्रेड यूनियन, मांगों को लेकर निकाली आक्रोश रैली

रैली का नेतृत्व अखिल भारतीय मजदूर संघ कांग्रेस के प्रधान तिलक राज भारद्वाज, सीटू जिला महासचिव सुदेश ठाकुर, विपिन शर्मा, बैंक कर्मचारी यूनियन से राजन महाजन व कपिल पुरी ने किया।
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जिला चम्बा में सीटू और उससे संबंधित ट्रेड यूनियनों ने हड़ताल कर रैली निकली। केंद्रीय ट्रेड यूनियन के आह्वान पर की गई हड़ताल के इस मौके पर शहर में रैली भी निकाली गई। रैली का नेतृत्व अखिल भारतीय मजदूर संघ कांग्रेस के प्रधान तिलक राज भारद्वाज, सीटू जिला महासचिव सुदेश ठाकुर, विपिन शर्मा, बैंक कर्मचारी यूनियन से राजन महाजन व कपिल पुरी ने किया। रैली में आंगनबाड़ी यूनियन, मिड डे मील यूनियन, कुठेड़ प्रोजेक्ट यूनियन, बाजोली होली प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन, वन विभाग दैनिक वेतन भोगी यूनियन, ऐटक से जुड़ी एनएचपीसी. वर्कर्स यूनियनें शामिल हुई।

चम्बा। जिला चम्बा में सीटू और उससे संबंधित ट्रेड यूनियनों ने हड़ताल कर रैली निकली। केंद्रीय ट्रेड यूनियन के आह्वान पर की गई हड़ताल के इस मौके पर शहर में रैली भी निकाली गई। रैली का नेतृत्व अखिल भारतीय मजदूर संघ कांग्रेस के प्रधान तिलक राज भारद्वाज, सीटू जिला महासचिव सुदेश ठाकुर, विपिन शर्मा, बैंक कर्मचारी यूनियन से राजन महाजन व कपिल पुरी ने किया। रैली में आंगनबाड़ी यूनियन, मिड डे मील यूनियन, कुठेड़ प्रोजेक्ट यूनियन, बाजोली होली प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन, वन विभाग दैनिक वेतन भोगी यूनियन, ऐटक से जुड़ी एनएचपीसी. वर्कर्स यूनियनें शामिल हुई।

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रैली के दौरान मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। सभी यूनियनों ने कामकाज बन्द रखा। सीटू से जुड़े सैंकड़ों आंगनबाड़ी वर्कर्स व मिड-डे मील वर्कर भी हड़ताल पर रहे। बिलजी प्रोजेक्टों का काम ठप्प रहा। रैली के बाद जिला मुख्यालय पर धरना भी दिया गया व उपायुक्त चम्बा डीसी राणा के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा गया। एटक के प्रधान तिलक भारद्वाज, सीटू के विपिन शर्मा और सुदेश ठाकुर ने केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों की निंदा करते हुए कहा कि सरकार पूंजीपतियों के आगे पूरी तरह से नतमस्तक हो गई है व उनके हित में काम कर रही है।

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यूनियन नेताओं ने मांग की कि सरकार सरकारी संपतियों को बेचना बन्द करे। महंगाई पर रोक लगाई जाए, ठेका कारण प्रथा बंद करे और स्थायी रोजगार दे। आऊटसोर्स की नियुक्ति नियमित करें। आंगनबाड़ी  व मिड डे मील वर्कर को कर्मचारियों का दर्जा दे। इसके अलावा न्यूनतम वेतन 21000 दिया जाए, पुरानी पैंशन बहाल किया जाए। आंगनबाड़ी वर्कर को नर्सरी वर्कर में नियुक्ति दे, मिड डे मील को न्युनतम वेतन दें तथा लेबर कोड रद्द करे। उन्होंने कहा कि मांगें पूरी न होने पर आने वाले समय में लंबी हड़ताल व आंदोलन का सामना करना पड़ेगा।  

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