किसान उत्पादक संगठनों को दिया जाए विभागीय योजनाओं का लाभ

उपायुक्त चम्बा डीसी राणा की अध्यक्षता में केन्द्रीय क्षेत्र योजना “किसान उत्पादक संगठन के गठन एंव संवर्धन” के तहत जिला स्तरीय निगरानी समिति की बैठक का आयोजन किया गया।
 | 
उपायुक्त चम्बा डीसी राणा की अध्यक्षता में केन्द्रीय क्षेत्र योजना “किसान उत्पादक संगठन के गठन एंव संवर्धन” के तहत जिला स्तरीय निगरानी समिति की बैठक का आयोजन किया गया।

चम्बा। उपायुक्त चम्बा डीसी राणा की अध्यक्षता में केन्द्रीय क्षेत्र योजना “किसान उत्पादक संगठन के गठन एंव संवर्धन” के तहत जिला स्तरीय निगरानी समिति की बैठक का आयोजन किया गया। उपायुक्त ने कहा कि चूंकि किसान उत्पादक संगठनों  (एफपीओ) की किसानों को उनकी पैदावार की एवज में बेहतर दाम उपलब्ध करवाने के लिए भूमिका महत्वपूर्ण है। ऐसे में सभी संबंधित विभागों द्वारा किसानों की आर्थिकी को सुदृढ़ बनाने के लिए विकास मॉडल बनाए जाएं।


डीसी राणा ने यह निर्देश भी दिए कि विभिन्न विभागीय योजनाओं को एफपीओ के साथ जोड़ा जाना सुनिश्चित बनाया जाए, ताकि एफपीओ को अपने व्यापार को और बेहतर बनाने में मदद मिल सके। जिला में कृषि कार्यों के साथ संबंधित गतिविधियों में कार्यशील कृषि सखी और स्वयं सहायता समूह से संबंधित कार्यों की समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने इन्हें भी किसान उत्पादक संगठनों के साथ जोड़ने के निर्देश दिए ।

यह भी पढ़ेंः-बाथू आग हादसे की मंडलायुक्त ने शुरू की जांच, कई विभागों से जवाब तलब

उपायुक्त ने समूह आधारित व्यापार संगठनों को और सशक्त बनाने के लिए जिला के प्रत्येक खंड स्तर पर कोल्ड स्टोरेज सुविधा की आवश्यकता पर जोर देते हुए संबंधित विभाग को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश भी जारी किए। बैठक में नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक साहिल स्वांगला ने अगवत किया कि नाबार्ड द्वारा गठन किए गए दो एफ़पीओ को  सरकार द्वारा 6 लाख रुपये और 1.44 लाख रुपये की मिलान इक्विटी अनुदान के रूप में जारी की गई है।
 

यह भी पढ़ेंः-टीबी हारेगा-देश जीतेगा अभियान का आगाज, कांगड़ा में एक माह तक चलेगा

जारी इक्विटी अनुदान का उपयोग किसान उत्पादक संगठन द्वारा प्राथमिक प्रसंस्करण, पैकेजिंग और मार्केटिंग के विकास के लिए किया जाएगा। उन्होंने बताया कि किसान उत्पादक संगठन को बैंक के माध्यम से मुख्य मंत्री कृषि कोष योजना, कृषि अवसंरचना कोष और पीएम फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज के साथ जोड़ा जा रहा है। 

यह भी पढ़ेंः-हिमाचल बजट सत्र: आंगनबाड़ी कर्मियों ने घेरा विधानसभा परिसर, सड़क पर लगा जाम

उन्होंने यह भी बताया कि ज़िला में इस योजना के अंतर्गत छह किसान उत्पादक संगठन के गठन एंव संवर्धन से संबंधित कार्य प्रगति पर है । इसके तहत तीन संगठन राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड), दो लघु कृषक-कृषि व्यापार संघ (एसएफएसी) और एक राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (नाफेड) द्वारा बनाए जा रहे हैं। इसके साथ चार किसान उत्पादक संगठनों का कंपनी एक्ट के अंतर्गत गठन किया जा चुका है। जबकि दो उत्पादक संगठन की प्रक्रिया जारी है। 

यह भी पढ़ेंः-चम्बा की कोहलड़ी पंचायत में बताए महिलाओं के अधिकार

बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अमित मैहरा, उपनिदेशक कृषि  कुलदीप धीमान, सहायक निदेशक पशुपालन विभाग डॉ दिनेश, जिला प्रबंधक अग्रणी बैंक भूपेन्दर सिंह, सहायक पंजीयक सहकारिता एस संतोष कुमार, सचिव जिला मार्केटिंग कमेटी  दीक्षित, बागवानी विस्तार अधिकारी अमिता अबरोल एंव दिव्या और क्लस्टर आधारित व्यापार संगठनों (सी.बी.बी.ओ.) के प्रतिनिधि मौजूद रहे। 

फेसबुक पर हमसे जुड़ने के लिए यहांक्लिक  करें। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट पाने के लिए हमेंगूगल न्यूज पर फॉलो करें।