भरमौर से भरमाणी माता मंदिर रोपवे की डीपीआर तैयार, इस महीने शुरू होगा काम!

हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले की शिवनगरी भरमौर में धर्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और मणिमहेश यात्रियों की सुविधा के लिए जल्द ही रोपवे का निर्माण किया जाएगा।
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हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले की शिवनगरी भरमौर में धर्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और मणिमहेश यात्रियों की सुविधा के लिए जल्द ही रोपवे का निर्माण किया जाएगा। प्रशासन ने भरमौर-भरमाणी रोपवे की डीपीआर तैयार ली है। प्रशासनिक आदेश के बाद लोक निर्माण विभाग ने रोपवे की डीपीआर तैयार कर ली है। इससे पूर्व विभिन्न विभागों की संयुक्त टीम की ओर से रोपवे के लिए संयुक्त रूप से निरीक्षण भी किया जा चुका है। भरमौर-भरमाणी रोपवे की डीपीआर तैयार करने की पुष्टि खुद सीएम जयराम ठाकुर ने रविवार को मंडी जिला में की है।

भरमौर। हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले की शिवनगरी भरमौर में धर्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और मणिमहेश यात्रियों की सुविधा के लिए जल्द ही रोपवे का निर्माण किया जाएगा। प्रशासन ने भरमौर-भरमाणी रोपवे की डीपीआर तैयार ली है। प्रशासनिक आदेश के बाद लोक निर्माण विभाग ने रोपवे की डीपीआर तैयार कर ली है। इससे पूर्व विभिन्न विभागों की संयुक्त टीम की ओर से रोपवे के लिए संयुक्त रूप से निरीक्षण भी किया जा चुका है। भरमौर-भरमाणी रोपवे की डीपीआर तैयार करने की पुष्टि खुद सीएम जयराम ठाकुर ने रविवार को मंडी जिला में की है। 

सीएम जयराम ने कहा कि राज्य सरकार ने केन्द्र को वित्तपोषण के लिए चार रोपवे भी नेशनल हाइवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड को भेजे हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से चम्बा जिले के भरमौर से भरमाणी माता मन्दिर तक 120 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले रोपवे की डीपीआर तैयार कर ली गई है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा कांगड़ा जिले में 605 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला पालमपुर-थातरी-चौगान, जिला कुल्लू में 200 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला बिजली महादेव और जिला सिरमौर के शिरगुल महादेव मन्दिर से चूड़धार तक रोपवे शामिल हैं।

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गौर रहे कि पवित्र मणिमहेश यात्रा को लेकर मान्यता है कि माता भरमाणी के दर्शन के बिना मणिमहेश यात्रा सफल नहीं हो सकती है। ऐसे में मणिमहेश यात्रा के दौरान श्रद्धालु सर्वप्रथम माता भरमाणी के दर्शन करने और मंदिर परिसर में बने तालाब में स्नान करने के बाद ही कठिन मणिमहेश यात्रा का आगाज करते हैं। ऐसे में मणिमहेश यात्रा के दौरान लाखों की संख्या में पहुंचने वाले लोगों को भरमौर से माता भरमाणी मंदिर तक जीप योग्य सड़क बनी है। लेकिन सड़क तंग होने से अक्सर यहां पर जाम लगने की समस्या बनी रहती है।

बाड़ी से वाया मलकौता गांव होते हुए भरमाणी माता मंदिर तक पैदल रास्ता है। लेकिन, रास्ते के बीच में किसी प्रकार की सुविधा यात्रियों को नहीं मिलती है। ऐसे में लंबे समय से मांग की जा रही थी कि भरमौर के प्रसिद्ध भरमाणी माता मंदिर के लिए रोप-वे बनाया जाए। रमणीय स्थल पर बसे माता के मंदिर के लिए नयनादेवी और मनसा देवी की तर्ज पर रोप-वे बनाने की मांग कई मर्तबा की जा चुकी है। हालांकि अब यह मांग पूरी होती दिख रही है, लेकिन रोपवे का काम कब शुरू होगा और कब पूरा होगा, यह आने वाला वक्त ही बताएगा। फिलहाल सीएम ने कहा कि इसकी डीपीआर तैयार कर ली गई है।

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