Himachal Politics : कांग्रेस सरकार में पिता को नहीं मिला मंत्री पद, बेटे ने दिया इस्तीफा

सुक्खू सरकार में मंत्री पद के तलबगार विधायक राजेंद्र राणा के बेटे अभिषेक राणा ने प्रदेश कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। अब उनके इस्तीफे को पिता की राजनीति से भी जोड़ा जा रहा है।
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हिमाचल कांग्रेस में इस वक्त सबकुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है। कांग्रेस पार्टी और संगठन में खींचतान का माहौल प्रतीत हो रहा है। कांग्रेस सरकार ने हाल में ही मंत्रिमंडल में विस्तार किया, लेकिन मंत्री पद की आस लगाए बैठे सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा को फिर मायूसी ही हाथ लगी। पिता अभी भी मंत्री पद के इंतजार में हैं, उधर बेटे ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।       सुक्खू सरकार में मंत्री पद के तलबगार विधायक राजेंद्र राणा के बेटे अभिषेक राणा ने प्रदेश कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।

शिमला। हिमाचल कांग्रेस में इस वक्त सबकुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है। कांग्रेस पार्टी और संगठन में खींचतान का माहौल प्रतीत हो रहा है। कांग्रेस सरकार ने हाल में ही मंत्रिमंडल में विस्तार किया, लेकिन मंत्री पद की आस लगाए बैठे सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा को फिर मायूसी ही हाथ लगी। पिता अभी भी मंत्री पद के इंतजार में हैं, उधर बेटे ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

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सुक्खू सरकार में मंत्री पद के तलबगार विधायक राजेंद्र राणा के बेटे अभिषेक राणा ने प्रदेश कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। अब उनके इस्तीफे को पिता की राजनीति से भी जोड़ा जा रहा है। साल 2017 में भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल को चुनाव में हराने वाले राजेंद्र राणा को इस बार भी मंत्री पद में जगह नहीं मिली है। 

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उनके बेटे अभिषेक राणा बीते कई साल से कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग के चेयरमेन थे। वीरवार को इस्तीफा देने के बाद अभिषेक ने कहा कि आज एक महत्वपूर्ण विषय आप सबके सामने रख रहा हूं। कुछ अतिरिक्त जिम्मेदारियों के चलते आज प्रदेश कांग्रेस के सोशल मीडिया अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दिया हैय़ हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला से भेंट हुई और उन्हें इस्तीफे के साथ अपने दिल की बात भी उनके सामने रखी, जिसका उन्होंने सम्मान किया।

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लोकसभा चुनाव से पहले इस्तीफे के बाद अभिषेक ने अपनी आगामी कामों की रूपरेखा भी बताई और कहा कि वह स्थानीय स्तर पर एनजीओ चलाते हैं और ऐसे में अब वह इसी एनजीओ को और समय देना चाहते हैं। पार्टी किसी और शख्स को सोशल मीडिया चेयरमैन बना सकती है।

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अभिषेक राणा के पिता राजेंद्र राणा को सुक्खू कैबिनेट में जगह नहीं मिली है, जबकि वह 2012 से लगातार चुनाव जीत रहे हैं। राणा वीरभद्र गुट से आते हैं और उनके खासे करीबी भी रहे हैं। राणा खुद कह चुके हैं कि केंद्रीय हाईकमान से उनके नाम को हरी झंडी मिली थी, लेकिन फिर भी उन्हें मंत्रीमंडल में जगह नहीं मिली। ऐसे में अब लगातार उनकी सुक्खू सरकार से नाराजगी की खबरें आ रहे हैं और अब बेटे ने भी चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है।

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