सुक्खू सरकार को बड़ा झटका, पहले क्रॉस वोटिंग और फिर पर्ची से जीते भाजपा के हर्ष महाजन

हिमाचल प्रदेश की सत्तासीन सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के बहुमत में होने के बावजूद भाजपा के हर्ष महाजन राज्यसभा चुनाव जीत गए हैं। 
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हिमाचल प्रदेश की एक राज्यसभा सीट पर मंगलवार को चुनाव हुआ। इसमें हिमाचल प्रदेश की सत्तासीन सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की बड़ा झटका लगा है। क्रॉस वोटिंग के कारण भाजपा के हर्ष महाजन राज्यसभा चुनाव जीत गए हैं। कुल 68 विधायकों वाली हिमाच विधानसभा में कांग्रेस के पास 40 विधायक है, जिसमें से छह कांग्रेस विधायकों के अलावा 3 निर्दलीय विधायकों ने भी भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया। इससे भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों को 34-34 मत मिले हैं।

शिमला। हिमाचल प्रदेश की एक राज्यसभा सीट पर मंगलवार को चुनाव हुआ। इसमें हिमाचल प्रदेश की सत्तासीन सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की बड़ा झटका लगा है। क्रॉस वोटिंग के कारण भाजपा के हर्ष महाजन राज्यसभा चुनाव जीत गए हैं। कुल 68 विधायकों वाली हिमाच विधानसभा में कांग्रेस के पास 40 विधायक है, जिसमें से छह कांग्रेस विधायकों के अलावा 3 निर्दलीय विधायकों ने भी भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया। इससे भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों को 34-34 मत मिले हैं।

मंगलवार सुबह 9:00 बजे शुरू मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई। इसके बाद शाम 5:00 बजे मतगणना शुरू हुई। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में 40 विधायक हैं, जबकि भाजपा के पास 25 विधायक हैं। इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायक हैं। कांग्रेस के 6 और 3 निर्दलीय विधायकों ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया। मतगणना में कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों के पक्ष में 34-34 मत पडे। इसके बाद पर्ची के माध्यम से विजेता का फैसला किया गया। इसमें भाजपा के हर्ष महाजन विजेता रहे।  

34-34 मत होने के बाद भाजपा विधायक कांग्रेस के चिंतपूर्णी के विधायक सुदर्शन बबलू का वोट रद्द करने की मांग कर रहे थे। भाजपा का आरोप था कि सरकार ने उन्हें होशियारपुर से लाने के लिए सरकारी हेलिकाप्टर भेजा और उसके बाद शिमला के जुब्बड़हट्टी हवाईअड्डे पर सरकारी गाड़ी से उन्हें लेने गए, जो नियमों के विपरीत है। चुनाव आयोग ने सबूत मांगे, तो भाजपा नेता पेश नहीं कर पाए। इसके बाद आयोग ने पर्ची से विजेता घोषित करने का फैसला लिया। दोनों प्रत्याशियों के नाम की पर्ची डालने के बाद कांग्रेस के प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी के नाम की पर्ची निकली। नियमों के अनुसार जिसके नाम की पर्ची नहीं निकलती है, उसे विजेता घोषित किया जाता है। इस तरह हर्ष महाजन को विजेता घोषित किया गया।

2022 में विस चुनाव से पहले  भाजपा में आए थे महाजन

कांग्रेस नेता हर्ष महाजन विधानसभा चुनाव से पहले सितंबर 2022 में ही भाजपा में आए थे। वह पहले कांग्रेस के वरिष्ठ एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह के प्रमुख सलाहकारों में एक रहे हैं। पूर्व वीरभद्र सरकार में हर्ष पशुपालन मंत्री भी रहे हैं। राज्यसभा चुनाव में हर्ष महाजन को आगे कर भाजपा ने कांग्रेस सरकार को यह बड़ा झटका दिया है।

जो हिमाचल में कभी नहीं हुआ था, वह हुआ : जयराम ठाकुर

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हर्ष महाजन की ऐतिहासिक जीत हुई है। जो हिमाचल प्रदेश में कभी नहीं हुआ था, वह हुआ है। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का हृदय से धन्यवाद करते हैं। इनके मार्गदर्शन से प्रदेश हमेशा आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा कि भाजपा मुकाबले में नहीं थे। सोच रहे थे कि चुनाव लड़े कि नहीं। भाजपा में 25 थे और वे 40 थे। तीन निर्दलीय भी साथ थे। वे डराते रहते थे। उन्होंने तय किया लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत पार्टी का निर्णय आया कि हारना-जीतना चला रहता है। 25 से वे 34 पहुंचे और टाई हो गए। सबने सहयोग दिया, उसके लिए वह आभार जताते हैं। मुख्यमंत्री को अपने पद से त्यागपत्र देना चाहिए। 

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