मंडी लोकसभा सीटः अब तक BJP के हाथ सिर्फ पांच बार लगी जीत, 12 बार कांग्रेस ने मारी बाजी

मंडी लोकसभा सीट (Mandi Lok Sabha Seat) पर भाजपा ने 2014 और 2019 में जीत हासिल की थी। इससे पहले भारतीय लोक दल ने भी एक बार इस सीट पर जीत दर्ज की है।

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मंडी लोकसभा सीट पर भाजपा ने 2014 और 2019 में जीत हासिल की थी। इससे पहले भारतीय लोक दल ने भी एक बार इस सीट पर जीत दर्ज की है।

धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश में एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए 30 अक्टूबर को मतदान होगा। इसके साथ ही भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल अपनी पूरी ताकत प्रचार अभियान में झोंकने में लगे हैं। इस वक्त मंडी लोकसभा सीट (Mandi Lok Sabha Seat) सबसे हॉटसीट मानी जा रही है। हॉटसीट इसलिए क्योंकि मंडी हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (CM JaiRam Thakur) का  गृहजिला है। पूर्व में यह सीट भाजपा के कब्जे में थी। सांसद रामस्वरूप के निधन के बाद यहां उपचुनाव हो रहे हैं। भाजपा ने कारगिल योद्धा ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर को तो कांग्रेस ने हिमाचल की पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है।

मंडी लोकसभा सीट पर इस बार उपचुनाव (By ELection) दिलचस्प होने वाले हैं। अगर मंडी लोकसभा सीट (Mandi Lok Sabha Seat) के इतिहास पर नजर दौड़ाई जाए तो 1952 से लेक 2019 तक भाजपा ने मंडी लोकसभा सीट सिर्फ पांच बार जीती है। 1952 से अब तक हुए कुल 18 चुनावों में से कांग्रेस (Congress) ने 12 बार यह सीट जीती है। एक बार इस सीट पर भारतीय लोक दल ने कब्जा किया था। पिछले दो चुनावों में भाजपा (BJP) ने 2014 और 2019 में इस सीट पर जीत हासिल की थी। 2014 में भाजपा के रामस्वरूप शर्मा ने कांग्रेस उम्मीदवार प्रतिभा सिंह (Pratibha Singh) को कड़े मुकाबले में हराया था। 2019 में भाजपा ने रिकॉर्ड अंतर से आसानी से जीत लिया था। 


अब कांग्रेस इस सीट को बीजेपी से छीनने के लिए संघर्ष कर रही है, जबकि सत्ताधारी दल इसे हर कीमत पर बरकरार रखने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। कांग्रेस ने वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह और भाजपा ने ब्रिगेडियर खुशाल सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। प्रतिभा सिंह ने 2004 और 2013 में दो बार एक सांसद के रूप में इस मंडी लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह ने 1971, 1980 और 2009 में तीन बार इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। जो दर्शाता है कि परिवार का इस निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं के साथ एक लंबा जुड़ाव है। हिमाचल प्रदेश में एक लोकसभा और 3 विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को मतदान होगा। 30 अक्टूबर को मतदान होगा और 2 नवंबर को काउंटिंग होगी।

वर्ष सांसद दल
1952 गोपी राम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1952^ राजकुमारी अमृत कौर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1957 राजा जोगिंद्र सेन बहादुर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1962 ललित सेन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1967 ललित सेन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1971 वीरभद्र सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1977 गंगा सिंह भारतीय लोक दल
1980 वीरभद्र सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (समाजवादी)
1984 सुख राम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1989 महेश्वर सिंह भारतीय जनता पार्टी
1991 सुखराम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1996 सुखराम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1998 महेश्वर सिंह भारतीय जनता पार्टी
1999 महेश्वर सिंह भारतीय जनता पार्टी
2004 प्रतिभा सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
2009 वीरभद्र सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
2013 (उपचुनाव) प्रतिभा सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
2014 राम स्वरूप शर्मा भारतीय जनता पार्टी
2019 राम स्वरूप शर्मा भारतीय जनता पार्टी

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