मानसून सत्रः हिमाचल विधानसभा में गूंजा करुणामूलक आश्रितों को नौकरी का मुद्दा

शिमला। हिमाचल विधानसभा के मॉनसून सत्र के पांचवें दिन सदन में करुणामूलक आश्रितों का मामला उठा। मामले में आश्रितों को एकमुश्त नौकरी देने का है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, विधायक प्रकाश राणा, इंद्र दत्त लखनपाल, पवन काजल, रामलाल ठाकुर ने सरकार से पूछा कि करुणामूलक आश्रितों को सरकार कब तक नौकरी दे देगी।
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मानसून सत्रः हिमाचल विधानसभा में गूंजा करुणामूलक आश्रितों को नौकरी का मुद्दा

शिमला। हिमाचल विधानसभा के मॉनसून सत्र के पांचवें दिन सदन में करुणामूलक आश्रितों का मामला उठा। मामले में आश्रितों को एकमुश्त नौकरी देने का है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, विधायक प्रकाश राणा, इंद्र दत्त लखनपाल, पवन काजल, रामलाल ठाकुर ने सरकार से पूछा कि करुणामूलक आश्रितों को सरकार कब तक नौकरी दे देगी। साथ ही भर्तियों में फीसदी आरक्षण को बढ़ाने और एकमुश्त नौकरी देने को लेकर सरकार क्या कदम उठा रही है?

 

 

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इसके जवाब में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की जाएगी। कमेटी सभी पहलुओं का अध्ययन करेगी कि क्या एकमुश्त इन्हें नौकरी दी जा सकती है? उन्होंने कहा कि कुछ मामले कोर्ट में भी चल रहे हैं। सीएम ने कहा कि सरकार के पास करुणामूलक मूलक आधार पर 2779 मामले लंबित हैं। सभी विभागों को नीति के अनुरूप प्राथमिकता के आधार पर पदों को भरने के निर्देश दिए हैं।

 

 

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मुख्यमंत्री ने कहा कि जनवरी 2018 से 31,1,2021 तक करुणामूलक आधार पर प्रदेश के विभिन विभागों में कुल 706 नियुक्तियां दी गईं हैं। करुणामूलक आधार पर प्रदान की गई नियुक्ति जो कि तृतीय श्रेणी में 272, चतुर्थ श्रेणी 434 कुल 706 नियुक्तियां की गई हैं। विधानसभा में आश्रितों को लेकर सरकार ने उनकी हितों को देखते हुए 7 मार्च 2019 को संशोधित नीति जारी की है। अब मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर अन्यों के मुद्दों को सुलझाया जाएगा।

 

 

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शिमला-मटौर फोरलेन का मामला भी छाया

प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक सुखविंदर सिंह सूक्खू ने पूछा कि शिमला-मटौर फोरलेन परियोजना 4 लेन होगी या कुछ जगह टू लेन प्रस्तावित है? जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा सड़क की कुल 233 किलोमीटर लंबाई है। सड़क को 6 पैकेज में बांटा गया है। भंगवार से कांगड़ा 4 लेन, जवालामुखी-भंगवार और हमीरपुर-ज्वालामुखी, भगेड़-हमीरपुर 2 लेन, जबकि शालाघाट से नौणी चौक बिलासपुर और शिमला-शालाघाट की डीपीआर तैयार की जा रही है। इसे लेन से 4 लेन के रूप में अंतिम रूप दिया जाना शेष है।

 

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उन्होंने कहा कि सरकार ने मामले को केंद्र सरकार के समक्ष पूरी जोर से रखा है और सड़क को 4 लेन ही करने की मांग की। लेकिन 4 लेन के कुछ पैरामीटर होते हैं। जैसे कितना ट्रैफिक फॉलो इस सड़क में होगा। जिसको लेकर विशेषज्ञ ने स्टडी किया है और तय किया है। जिस भाग में ट्रैफिक ज्यादा है, वंहा फोरलेन, जबकि कम ट्रैफिक वाली जगह में टू लेन रखा जाए। टेंडर प्रक्रिया इसमे पूरी की जा चुकी है।

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