हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में जेनरिक दवाइयों का टोटा

हमीरपुर। डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल हमीरपुर में उच्च रक्तचाप, गैस्ट्रिक और एंटीबायोटिक दवाइयां नहीं मिल रही हैं। अस्पतालों में जीवन रक्षक ये दवाइयां निशुल्क मिलती हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर की फार्मेसी में यह दवाइयां खत्म हो गई हैं। यही नहीं चार इंच का प्लास्टर भी उपलब्ध नहीं है। इन सभी जीवन रक्षक
 | 
हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में जेनरिक दवाइयों का टोटा

हमीरपुर। डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल हमीरपुर में उच्च रक्तचाप, गैस्ट्रिक और एंटीबायोटिक दवाइयां नहीं मिल रही हैं। अस्पतालों में जीवन रक्षक ये दवाइयां निशुल्क मिलती हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर की फार्मेसी में यह दवाइयां खत्म हो गई हैं। यही नहीं चार इंच का प्लास्टर भी उपलब्ध नहीं है। इन सभी जीवन रक्षक दवाइयों के लिए मरीजों और तीमारदारों को निशुल्क फार्मेसी काउंटर के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। उन्हें या तो बैरंग लौटना पड़ रहा है या दवाई का अन्य कोई विकल्प लेना पड़ रहा है।

यह भी पढ़ेंः-मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना लिख रही सुरक्षित खेती की नई इबारत

वहीं, जिन दवाइयों का विकल्प नहीं है, वह निजी मेडिकल स्टोरों से अधिक रुपये खर्च कर लेनी पड़ रही हैं। अस्पताल की निशुल्क फार्मेसी में तीन चार माह से एंटीबायोटिक अजिथ्रोमाइसिन नहीं है। वहीं, सप्ताहभर से बीपी की एम्लोडिपाइन और गैस्ट्रिक की पैनटॉप 40 एमजी भी नहीं मिल रही है। लोगों को चार इंच का प्लास्टर भी बाहरी मेडिकल स्टोरों से पैसे देकर लाना पड़ रहा है।

 

सरकार के निर्देशानुसार सभी जीवनरक्षक दवाइयां अस्पतालों में निशुल्क उपलब्ध होती हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेज में उक्त दवाइयों की कमी बनी हुई है। लोगों में अश्वनी कुमार, सुरेश कुमार, दुर्गादास आदि ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से दवाइयों का उचित स्टॉक रखने का आग्रह किया है। उधर, एमएस डॉ. आरके अग्निहोत्री ने कहा कि दवाइयां लगभर पूरी हैं। जो खत्म हुई हैं, उनका ऑर्डर दिया गया है।


फेसबुक पर हमसे जुड़ने के लिए यहांक्लिक  करें। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट पाने के लिए हमेंगूगल न्यूज पर फॉलो करें।