HP उपचुनावः BJP अध्यक्ष JP Nadda के घर में भाजपा की हार

भाजपा के हार इसलिए भी निराशाजनक है क्योंकि हिमाचल प्रदेश, भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (JP Nadda) का गृह राज्य है और यहां सरकार भी भाजपा (BJP) की ही है।
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धर्मशाला। हिमाचल में लोकसभा और विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव (By-Election) के नतीजे भाजपा (BJP) को ज्यादा उत्साहित करने वाले नहीं रहे। हिमाचल प्रदेश में भाजपा को सारी सीटें गंवानी पड़ी हैं। यह हार पार्टी के लिए इसलिए भी निराशाजनक है क्योंकि हिमाचल प्रदेश, भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (JP Nadda) का गृह राज्य है और यहां सरकार भी भाजपा (BJP) की ही है। इसके बावजूद मंडी लोकसभा सीट और तीन विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने भाजपा को हरा दिया है।


मंडी लोकसभा सीट (Mandi Loksabha) पर कांग्रेस की उम्मीदवार और पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने भाजपा को हराया। प्रतिभा सिंह ने भाजपा के अपने प्रतिद्वंद्वी खुशाल ठाकुर को 7490 मतों के अंतर से हरा दिया है। हालांकि, यह सीट भाजपा के लिए ज्यादा मायने इसलिए रखती है क्योंकि मौजूदा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Cm Jairam Thakur) इसी क्षेत्र से आते हैं। उनका चुनावी क्षेत्र सराज भी मंडी जिले के अंदर ही आता है।


विधानसभा की तीन सीटों पर उपचुनाव में भी भाजपा अपनी छाप छोड़ने में नाकामयाब दिखी। अर्की विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार संजय अवस्थी ने भाजपा के प्रत्याशी रतन सिंह पाल को 3 हजार वोटों के अंतर से हरा दिया। इसके अलावा फतेहपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मंत्री सुजान सिंह पठानिया के बेटे भवानी सिंह पठानिया को 5 हजार 634 वोटों के अंतर से जीत मिली। यहां अहम बात यह भी रही कि निर्दलीय उम्मीदवार को भी 12 हजार वोट मिले। 


भाजपा के लिए सबसे बड़ी चिंता के संकेत जुब्बल-कोटखाई क्षेत्र से मिले। जुब्बल-कोटखाई में भाजपा प्रत्याशी को सिर्फ 2644 वोट मिले और जमानत तक जब्त हो गई। इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी रोहित ठाकुर ने निर्दलीय उम्मीदवार चेतन बरागटा को 6 हजार 293 वोटों के अंतर से हरा दिया। यहां भाजपा का वोट शेयर मात्र 4.67 प्रतिशत रहा। यह सीट भाजपा विधायक रहे नरेंद्र बरागटा के निधन के कारण खाली हुई थी। यहां भाजपा MLA के बेटे चेतन ने बतौर निर्दलीय चुनावी मैदान में थे। 

 
हिमाचल के उपचुनाव कांग्रेस के लिए खुशखबरी भी लाए हैं। यहां पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़ता हुआ दिख रहा है। साल 2019 में धर्मशाला सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी को ही जीत मिली थी, लेकिन अब हुए चार सीटों पर उपचुनाव में कांग्रेस को तीन विधानसभा सीटों पर भाजपा से 20 फीसदी ज्यादा वोट मिले हैं। तीन विधानसभा सीटों पर जहां कांग्रेस प्रत्याशियों को 48.9 फीसदी वोटशेयर मिला तो वहीं भाजपा के खाते में सिर्फ 28.1 प्रतिशत वोट शेयर ही रहा। 

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